राजधानी में बड़ी मात्रा में पानी की कीमत हो रही है जिसका असर सीधी तौर पर आम जनता को हो रहा है। पानी को लेकर आम जनता के बीच त्राहि त्राहि मची हुई है। इसी बीच पानी का संकट पॉश कॉलोनी में रहने वाला लोगों को परेशान कर रहा है। दिल्ली की कई पॉश कॉलोनी में पानी नहीं आने से समस्याएं बढ़ने लगी है। वही दिल्ली के सबसे वीवीआईपी इलाके यानी लुटियंस जोन में भी अब पानी की किल्लत की संभावना बढ़ गई है। लुटियंस जोन में रहने वाले नेताओं, सांसदों और वीवीआईपी भी अब आम जनता की तरह ही पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक दिल्ली जल बोर्ड एनडीएमसी को 125 एमजीडी पानी की सप्लाई करता है। हालांकि अब जल बोर्ड 40 फीसदी तक पानी सप्लाई में कटौती करने का मन बना चुका है जिसका असर पानी की सप्लाई पर होगा। यानी अब दिल्ली जल बोर्ड सिर्फ 80 एमजीडी पानी की सप्लाई एनडीएमसी इलाके में करेगा। ऐसे में और डीएमसी के इलाके में पानी की किल्लत होगी। पानी के टैंकर की सप्लाई पहले जहां दो से चार बार एनडीएमसी द्वारा करवाई जाती थी, अब ये सप्लाई भी रोकी गई है और डॉन में एक से दो बार ही टैंकर भरे जा रहे है।
देश के सबसे वीवीआईपी इलाकों में शामिल नई दिल्ली का लुटियन जोन आमतौर पर हर सुख सुविधाओं से युक्त है। इलाके के तिलक मार्ग और बंगाली मार्केट में भूमिगत जलाशय है जहां पानी देने में 40 फ़ीसदी तक जल बोर्ड ने कटौती की है। पानी सप्लाई में की गई कटौती के बाद बंगाली मार्केट अशोक रोड हरिश्चंद्र माथुर लेन, कॉपरनिकस मार्ग पुराना किला रोड बाबर रोड बाराखंबा केजी मार्ग विंडसर प्लेस फिरोज शाह मार्ग कैनिंग लाइन और आसपास के इलाकों में पानी की कमी होने लगी है। बता दें कि यह एरिया काफी अहम है क्योंकि यहां कई केंद्रीय कार्यालय भी हैं। इसी इलाके में कई मंत्रियों और सांसदों की आवास भी है।
दिल्ली जल बोर्ड ने दिए सफाई
इस मामले पर दिल्ली जेल बोर्ड ने कहा कि पानी हरियाणा से ही काम आ रहा है। इस कारण वजीराबाद ट्रीटमेंट प्लांट में पानी की सप्लाई कम हो रही है। पानी कम आने के कारण ही एनडीएमसी इलाके में पानी की कटौती की गई है। जानकारी के मुताबिक कालीबाड़ी के एनडीएमसी बूस्टर पंप से रोजाना बड़ी मात्रा में पानी के टैंकर भी भरकर भेजे जा रहे हैं। पानी के टैंकर ले जाने वाले ड्राइवर को कहना है कि अचानक ही पानी की मांग में बढ़ोतरी हुई है। पानी की सप्लाई में आई कमी के कारण टैंकर को कई बार भरा जा रहा है।
बता दे कि दिल्ली जल बोर्ड ने एनडीएमसी को 22 में को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें यह कहा गया था कि राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में पानी की किल्लत ना हो इसलिए कॉरपोरेशन को पहले ही अपना इंतजाम खुद करना होगा। दिल्ली जल बोर्ड ने साफ तौर पर कहा था कि उसके पास पानी की काफी कमी है।
जाने क्या है एनडीएमसी का कहना
एग्जांपल फॉर एनडीएमसी के उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने नवभारत टाइम्स को बताया की नई दिल्ली के तीन इलाकों में पानी की कमी हो गई है। 125 एमएलडी पानी की जरूरत है जबकि उपलब्ध सिर्फ 80 मा पानी हो पा रहा है। एनडीएमसी न्यू दिल्ली जल बोर्ड को पत्र लिखकर पानी की प्रजाति व्यवस्था करने के लिए भी कहा है। इंडियन सीनियर आरोप लगाया कि टैंकर माफिया चेंजर माफिया के कारण पानी की कमी होने लगी है। यहां हालात इसलिए बिगड़े हैं क्योंकि तैयारी दिल्ली सरकार ने पहले से नहीं की थी।