बारां। सहायक निदेशक बाल अधिकारिता एवं जिला बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि बुधवार 30 अप्रैल को धर्म गुरुओं ने संभाली बाल-विवाह की कमान, बाल विवाह की रोकथाम को लेकर किया गया कार्यक्रम, जिले में बाल अधिकारों की सुरक्षा और बाल विवाह की रोकथाम के लिए बाल अधिकारिता विभाग व सृष्टि सेवा समिति, बारां ने बाल विवाह की रोकथाम के लिए धर्म गुरुओं के बीच चलाया जागरूकता अभियान, संगठन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि सिंह बाघेल ने कहा धर्मगुरुओं से मिला सहयोग व समर्थन अभिभूत करने वाला। हम सभी मिलकर प्रयास करेंगे कि अक्षय तृतीया पर जिले में एक भी बाल विवाह न हो पाए। बाल विवाह की रोकथाम को लेकर धर्म गुरुओं को साथ जोडकर व एक मंच पर लाकर बुधवार को जिले के किशनगंज ब्लॉक में परानियां गांव में धर्म गुरुओं के बीच कार्यक्रम आयोजित किया और बाल विवाह के विरूद्ध अपने विचार रखें एवं बाल विवाह रोकथाम हेतु चाईल्ड हेल्पलाईन नंबर 1098 व पुलिस कन्ट्रोल नंबर 100 पर सूचना देने के सम्बंध में बताया। बाल अधिकारिता विभाग से संरक्षण अधिकारी लोकेश सेन व सृष्टि सेवा समिति, बारां के जिला समन्वयक कोऑर्डिनेटर विजय कुशवाह व कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिनिधि रंजीता बनर्जी, केसरलाल मेहता, विमला ओझा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, राजेन्द्र कुशवाह, कमल प्रजाति, चेतन नामा, धर्मगुरु, मौलवी, आदि मौजूद थे। इन्होने ने कहा कि कोई भी बाल विवाह किसी पंडित मौलवी या पादरी जैसे पुरोहित के बिना विवाह सम्पन्न नही हो सकता, हमने उन्हे बाल विवाह के खिलाफ अभियान से जोड़ने का फैसला किया। इसके सकारात्मक नतीजों को देखते हुए उम्मीद कर सकते है इस अक्षय तृतीया एवं पीपल पूर्णिमा के अवसर पर जिले में एक भी बाल विवाह नही हो पाए।

परानियां में धर्म गुरुओं ने बाल-विवाह की रोकथाम के लिए किया कार्यक्रम
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