राजीविका महिलाओं को दी बैंकिंग, ई-कॉमर्स व आयपरक गतिविधियों की जानकारी

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चूरू। नाबार्ड द्वारा चूरू ब्लॉक के थैलासर गांव के राजीविका क्लस्टर ऑफिस में स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं की उपस्थिति में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के उपलक्ष में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राजीविका डीपीएम दुर्गा देवी ढाका, नाबार्ड एजीएम जीएल निर्वाण, एलडीएम अमर सिंह, कॉपरेटिव एमडी मदनलाल शर्मा, बीआरकेजीबी रतननगर शाखा प्रबंधक फूलाराम मीना सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डीपीएम दुर्गा ढाका ने कहा कि महिलाओं को अपने जीवनस्तर के उन्नयन के लिए शिक्षा व उद्यमिता की ओर अग्रसर होना होगा। शिक्षा व स्वरोजगार आत्मनिर्भरता व सामाजिक उन्नयन की रीढ़ है।

एलडीएम अमर सिंह ने कहा कि महिलाओं को आत्म निर्भर बनने की दिशा में स्वयं को उद्यम से जोड़कर आजीविका सृजित करनी चाहिए। समूहों की महिलाएं बैंकों से ऋण लेकर अपने रोजगार स्थापित कर सकती है। कॉपरेटिव एमडी मदनलाल ने कहा कि महिलाओं को बैंक द्वारा ऋण प्रदान किया जा रहा है। वर्तमान में गोपालन क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण वितरित किया जा रहा है और सरकार द्वारा शर्तों में कुछ छूट भी प्रदान की गई है, जिससे महिलाएं योजना के तहत लाभान्वित हो सकती है। नाबार्ड एजीएम जीएल निर्वाण ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के जीवन सुधार लाने हेतु शिक्षित बनाना आवश्यक है। शिक्षा व सामाजिक जागरूकता के साथ लैंगिक समानता पर जोर दिया जाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्म निर्भर बनने हेतु रोजगार उन्मुखी प्रशिक्षण प्राप्त कर आयपरक गतिविधियों में इसका लाभ उठाना चाहिए। नाबार्ड द्वारा एमईडीपी, एलईडीपी, ई-कॉमर्स डिजिटल मार्केटिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपने उत्पादों को अपलोड करने की ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे समूहों की महिलाएं अपने उत्पादों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेच सकती है और अधिकाधिक आय प्राप्त कर सकती है। उन्होंने बताया कि हाल ही में नाबार्ड द्वारा थैलासर गांव में समूहों महिलाओं के लिए ऎसे प्रोजेक्ट स्वीकृत किए है, जिनका प्रशिक्षण चल रहा है। नाबार्ड द्वारा महिलाओं के उत्पादों को बेचने के लिए रुरल मार्ट भी स्थापित कराए जाते है, जिसमें तीन वर्ष का खर्चा नाबार्ड द्वारा वहन किया जाता है। ऎसे और भी प्रोजेक्ट राजीविका से प्राप्त होने पर स्वीकृत किए जा सकेंगे और महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु अनुदान सहायता प्रदान की जा सकेगी।

शाखा प्रबन्धक फूलाराम मीना व एफएलसी गुमान सिंह ने बैंकिंग सेवाओं के बारे में जागरूक किया। इस दौरान सुमन, मंजू सहित कई महिलाओं ने समूहों से जुड़ने के बाद हुए फायदों और अपने जीवन में आर्थिक सुधार, आय अर्जन, उद्यम स्थापित करने के अनुभव साझा किए। इस दौरान एफएलसी नवाब खान, बीपीएम वीपी सिंह, बबीता शर्मा सहित विभिन्न कलस्टर मैनेजर, कलस्टर कॉर्डिनेटर, सीएलएफ पदाधिकारी, राजीविका स्टाफ, कलस्टर स्टाफ, विभिन्न समूहों की करीब 65 महिलाओं ने भाग लिया।

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