गांधीनगर। राजस्थान के पत्रकारों का प्रतिनिधि मंडल गुजरात प्रवास के दौरान अपने आखिरी दिन मंगलवार को गांधीनगर स्थित राज भवन पहुंचा, जहां पर उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से शिष्टाचार भेंट की। राज्यपाल ने सभी पत्रकारों का स्वागत करते हुए आपस में परिचय करवाया और गुजरात सरकार के विभिन्न प्रगतिशील योजनाओं पर प्रकाश भी डाला। प्रतिनिधि मंडल को प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो राजस्थान के डिजी धर्मेश भारती ने यात्रा के दौरान देखे गए ऐतिहासिक स्थलों और विकास परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के पत्रकारों को गुजरात सरकार की विकास योजनाओं ,भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों और राज्य में लागू की गई श्रेष्ठ कार्यक्रम से परिचित कराना था। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पत्रकार को गुजरात में चल रहे विद्या समीक्षा केंद्र व सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट और हाइ स्पीड बुलेट ट्रेन जैसी महत्वकांशी परियोजना की जानकारी दी। वही राज्यपाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रहे हैं राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाने का आहान भी किया उन्होंने कहा कि प्राकृतिक कृषि न केवल मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाती है बल्कि लोगो के स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद आवश्यक है पत्रकारों ने गुजरात राज भवन के वातावरण और मेहमान नवाजी की सहन करते हुए अपने क्षेत्र में जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने का भी संकल्प लिया यह द्वारा दो राज्यों के बीच सूचना और अनुभवों के आदान-प्रदान की दिशा में सकारात्मक कदम साबित हुआ है। इस यात्रा में प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो राजस्थान के डिजी धर्मेश भारती, जन टीवी से योगेंद्र शर्मा, पंजाब केसरी से विशाल शर्मा, हिंदुस्तान समाचार एजेंसी से ईश्वर बैरागी, फर्स्ट इंडिया न्यूज़पेपर से रचना सिंह, चौक मीडिया से अंकित तिवारी, हुक्मनामा समाचार से वैभव लोढ़ा, राजस्थान पत्रिका से अश्वनी कुमार, दैनिक नवज्योति से सौरभ पांथरी, न्यूज 18 से रोशन शर्मा ,दैनिक भास्कर डिजिटल से शिवम ठाकुर, समाचार जगत से राजेश शर्मा, जी राजस्थान से नेहा शर्मा, प्रातःकाल से खुश गोयल, प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो जयपुर से छवि कांत शर्मा रहे। वहीं प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो गुजरात के प्रतिनिधियों ने भी राजस्थान के प्रेस प्रतिनिधि मंडल को विभिन्न विभिन्न जगह साथ रहकर वहां की जानकारी उपलब्ध करवाई।

राजस्थान के पत्रकारों ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से की भेंट
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