जयपुर। राज्य विधानसभा में सोमवार को कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा और नारेबाजी का माहौल देखने को मिला। मानसून सत्र के दौरान लगातार बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कांग्रेस के विधायकों का गुस्सा फूटा, और उन्होंने शून्यकाल के दौरान वेल में आकर नारेबाजी की। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में कहा कि कानून व्यवस्था पर गंभीर चर्चा होनी चाहिए, लेकिन सरकार और उसके मंत्रियों ने इस मुद्दे पर ठोस जवाब देने से बचने की कोशिश की। इस बीच संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल को स्पीकर वासुदेव देवनानी ने फटकार लगाई। कांग्रेस विधायक सोहनलाल नायक के चकबंदी नोटिफिकेशन में देरी के सवाल पर जवाब देते समय मंत्री पटेल ने नेता प्रतिपक्ष की ओर देखकर उत्तर देना शुरू किया। इस पर स्पीकर ने कहा, “आप स्पीकर को संबोधित करते हुए जवाब दें।” मंत्री के इस जवाब को लेकर सदन में और चर्चाएं हुईं। वहीं, विधानसभा के बाहर कांग्रेस विधायकों ने “भजन सरकार होश में आओ, सरकारी जमीनों की चोरी बंद करो” जैसे नारे लगाए और पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। मानसून सत्र में हर दिन किसी न किसी मुद्दे पर कांग्रेस विधायक प्रदर्शन करते दिख रहे हैं, जो सरकार की कार्यप्रणाली और कानून व्यवस्था पर सार्वजनिक असंतोष को उजागर करता है। विशेषज्ञों का कहना है कि राजधानी में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति न केवल जनता की सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है, बल्कि यह प्रशासन की गंभीर लापरवाही को भी दर्शाता है। लगातार हंगामा और नारेबाजी यह संकेत देते हैं कि जनता और विपक्ष के दबाव के बिना सरकार इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रही।
जयपुर जैसे पर्यटन और प्रशासनिक शहर में कानून व्यवस्था की यह दयनीय स्थिति सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है।

राजस्थान विधानसभा : बिगड़ती कानून व्यवस्था पर हंगामा, कांग्रेस विधायकों ने वेल में किया नारेबाजी
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