जयपुर। राजस्थान में मौसम ने अचानक करवट ली है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बने दो अलग-अलग चक्रवाती सिस्टम के प्रभाव से प्रदेश के कई जिलों में रविवार रात से बारिश का दौर शुरू हो गया। कोटा में देर रात से रुक-रुक कर बरसात हो रही है, जबकि सवाई माधोपुर और चित्तौड़गढ़ में अलसुबह से ही बूंदाबांदी का सिलसिला जारी है। अजमेर जिले में भी कई जगह बूंदाबांदी हाे रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस सिस्टम का सर्वाधिक असर सोमवार और मंगलवार को देखने को मिलेगा। इस दौरान कई जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने उदयपुर और कोटा संभाग के छह जिलों में ऑरेंज अलर्ट तथा 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन सिस्टम अब डीप डिप्रेशन में बदल गया है और यह आज अधिक मजबूत होकर चक्रवात का रूप ले सकता है। यह चक्रवात 28 अक्टूबर को आंध्र प्रदेश के समुद्री तट से टकराएगा। वहीं, अरब सागर के मध्य-पूर्वी हिस्से में भी एक डिप्रेशन सिस्टम सक्रिय है। इन दोनों प्रणालियों से पूरे भारत में नमी की आपूर्ति हो रही है, जिसका असर राजस्थान तक देखने को मिल रहा है। 30 अक्टूबर तक प्रदेश में बारिश का दौर जारी रहेगा। झालावाड़ जिले में सबसे ज्यादा बरसात हुई है। मनोहरथाना में 16 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि रायपुर में एक मिमी और उदयपुर जिले के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई। अजमेर के किशनगढ़ में भी सवेरे बूंदाबांदी हुई। मौसम में आए इस बदलाव से तापमान में भी गिरावट आई है। उदयपुर, कोटा और अजमेर संभागों में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री तक नीचे चला गया। डूंगरपुर में अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे कम रहा।

राजस्थान में बारिश, 6 जिलों भारी बरसात का अलर्ट
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