प्रमिला जयपाल ने की ट्रंप टैरिफ की आलोचना, समझाया-अर्थव्यवस्था के लिए भारतीय कितने जरूरी

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वॉशिंगटन। अमेरिका में टैरिफ की वजह से हो रही व्यापारिक परेशानी और आव्रजन नीतियों को लेकर डेमोक्रेट्स राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमलावर हैं। कांग्रेस में भारतीय अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने राष्ट्रपति की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि टैरिफ बढ़ने से रोजी-रोटी खतरे में पड़ रही है। जयपाल ने अमेरिका में बढ़ती भारत विरोधी नफरत पर भी चिंता जताई और इस बात पर जोर दिया कि भारतीय अमेरिकी हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी हैं। वे हमारे समाज का एक जरूरी हिस्सा हैं। वे बड़ी 500 कंपनियों के साथ-साथ स्टार्टअप चला रहे हैं। उन्होंने भारत-अमेरिका संबंधों के लिए एक अधिक सशक्त, मूल्य-आधारित और नवाचार-केंद्रित दृष्टि की जरूरतों पर जोर दिया। प्रमिला कांग्रेस में सेवा देने वाली पहली भारतीय अमेरिकन महिला हैं। उन्होंने कहा, “मुझे भारत में अपनी जड़ों पर बहुत गर्व है, जो मेरा जन्मस्थान है। उनकी मां अभी भी वहीं रहती हैं।” उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस की अकेली सदस्य हैं जो स्टूडेंट और एच-1बी वीजा दोनों पर रही हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि रोक लगाने वाली अप्रवासन नीति परिवारों और दोनों देशों के बीच व्यापार और रिश्तों को नुकसान पहुंचा रही है। जयपाल ने कहा कि उन्होंने भारतीय अमेरिकी उद्यमियों से सुना है कि टैरिफ बढ़ने से रोजी-रोटी खतरे में पड़ रही है। उनके जिले की एक पांचवीं पीढ़ी की कंपनी ने उन्हें बताया कि हाल की टैरिफ बढ़ोतरी 120 से ज्यादा सालों में उनके व्यापार के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
प्रमिला ने सरकार के तरीकों को आर्थिक रूप से दूर की न सोचने वाला और रणनीतिक रूप से नुकसानदायक बताया। प्रमिला ने भारतीय सामानों पर 50 फीसदी टैरिफ लागू करने को लेकर भी ट्रंप सरकार की आलोचना की।
कैलिफोर्निया के डेमोक्रेट और कांग्रेस के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले भारतीय अमेरिकी सदस्यों में से एक, अमी बेरा ने भारत और अमेरिका के संबंधों के पीछे दोनों पार्टियों के समर्थन की गहराई पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने हाल ही में एक द्विपक्षीय (डेमोक्रेट और रिपब्लिकन) संयुक्त प्रस्ताव पेश किया है। इसका मकसद यह दिखाना है कि पिछले तीन दशकों से राष्ट्रपति क्लिंटन से लेकर राष्ट्रपति बुश, राष्ट्रपति ओबामा, राष्ट्रपति ट्रंप के पहले कार्यकाल से लेकर राष्ट्रपति बाइडेन तक अमेरिका की भारत को लेकर रणनीति लगातार एक ही दिशा में आगे बढ़ी है। संदेश साफ है कि अमेरिका और भारत दोनों सुरक्षा, शांति और खुशहाली का माहौल चाहते हैं।
बेरा ने कहा कि उनके हालिया भारत दौरे ने एक परिपक्व रणनीतिक तालमेल पर जोर दिया। उन्होंने भारतीय अधिकारियों, बिजनेस लीडर्स, और मिलिट्री अधिकारियों के साथ बातचीत के बारे में बताया और कहा कि उनका अंदाजा था कि भारत उनके लॉन्ग-टर्म इंटरेस्ट को समझता है।

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