बेंगलुरु। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सैनिकों की आतंकियों और पाकिस्तान को घुटने में लाने की क्षमता को पूरी दुनिया ने देखा है। इसकी सफलता के पीछे हमारी टेक्नॉलॉजी और मेक इन इंडिया की ताकत है। बेंगलुरु के युवाओं का बहुत योगदान है। मोदी ने कहा, बेंगलुरु की पहचान दुनिया की बड़ी सिटी के रूप में है। हम तभी आगे निकलेंगे जब हमारे शहर फास्ट और मॉडर्न होंगे। PM आज कर्नाटक के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन पर 3 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। इनमें बेंगलुरु से बेलगावी, अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नागपुर (अजनी) से पुणे तक की ट्रेनें शामिल हैं। PM ने बेंगलुरु और राज्य के लिए कई विकास कार्यों का शुभारंभ और शिलान्यास भी किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है। पीएम ने बेंगलुरु मेट्रो की यलो लाइन का भी उद्घाटन किया। जो आरवी रोड (रगिगुड्डा) से बोम्मसंद्रा तक जाएगी।
PM मोदी के भाषण की 4 बड़ी बातें…
यलो मेट्रो लाइन के आने लाखों लोगों को फायदा होगा। आज ऑरेंज लाइन का भी शिलान्यास किया। इसके शुरू होने के बाद यलो और ऑरेंज मेट्रो लाइन से 25 लाख लोगों को फायदा होगा। बेंगलुरु मेट्रो के लिए इन्फोसिस समेत कई बड़ी कंपनियों ने फंडिंग की। इसके लिए कार्पोरेट सेक्टर को बधाई।
भारत दुनिया की तेजी से बढ़ती इकोनॉमी है। हम 10वें नंबर से टॉप 5 में आ गए। जल्द ही टॉप 3 में आएंगे। ये ताकत रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म से मिली है। देश की उपलब्धियों का परचम आसमान में लहरा रहा है।
2014 से पहले 74 एयरपोर्ट थे और इनकी संख्या 160 से ज्यादा है। सिर्फ 3 नेशनल वॉटरवेज थे अब ये संख्या 30 हो चुकी है। 11 साल पहले 7 एम्स थे, अब 22 एम्स और 700 मेडिकल कॉलेज हैं। 2014 से पहले भारत का टोटल एक्सपोर्ट 468 बिलियन डॉलर था। आज 824 बिलियन डॉलर है।
पहले मोबाइल इम्पोर्ट करते थे आज टॉप 5 एक्सपोर्टर बन गए है। बेंगलुरु की इसमें बहुत बड़ी भूमिका है। 2014 से पहले हमारा इलेक्ट्रॉनिक एक्सपोर्ट 6 बिलियन डॉलर था जो अब 38 बिलियन डॉलर हो गया है। ऑटो मोबाइल एक्सपोर्ट 16 बिलियन डॉलर था जो अब डबल हो चुका है।
मेट्रो नेटवर्क 96 किलोमीटर बढ़ेगा
यलो मेट्रो लाइन की लंबाई 19.15 किलोमीटर है और इसमें 16 स्टेशन हैं। इस प्रोजेक्ट पर करीब 7,160 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। इन हाई-स्पीड ट्रेनों से यात्रियों को तेज, आरामदायक और आधुनिक सफर का अनुभव मिलेगा और यात्रा समय में बड़ी कमी आएगी। यलो लाइन शुरू होने के बाद बेंगलुरु मेट्रो का कुल नेटवर्क 96 किलोमीटर से ज्यादा हो जाएगा, जिससे लाखों यात्रियों को फायदा मिलेगा। प्रधानमंत्री खुद इस मेट्रो में सफर भी करेंगे और आरवी रोड से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक की यात्रा करेंगे।
फेज-3 मेट्रो प्रोजेक्ट का शिलान्यास
पीएम मोदी बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 का शिलान्यास भी करेंगे। इसकी लागत 15,610 करोड़ रुपए है। इसकी लंबाई 44 किलोमीटर से ज्यादा है। इसमें 31 स्टेशन है। यह प्रोजेक्ट शहर के रिहायशी, इंडस्ट्रियल, कारोबारी और शैक्षिक इलाकों को जोड़ेगा। बेंगलुरु का नम्मा मेट्रो देश का दूसरा सबसे लंबा मेट्रो नेटवर्क है, जो रोज़ाना 8 लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा आसान बनाता है।
देश का मेट्रो नेटवर्क दुनिया में तीसरे नंबर पर
फिलहाल भारत का मेट्रो नेटवर्क दुनिया में तीसरे नंबर पर है और जल्द ही दूसरा सबसे बड़ा नेटवर्क बनने की ओर है। अनुमान है कि देशभर में मेट्रो रोजाना करीब 1 करोड़ लोगों को सेवा देती है। पीएम मोदी बेंगलुरु में शहरी कनेक्टिविटी परियोजनाओं के शुभारंभ के बाद एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे, जिसमें वे आने वाले वर्षों में शहर और राज्य के विकास के रोडमैप पर चर्चा कर सकते हैं।