केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025 पेश करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। देश के पिछले 10 वर्षों के विकास ट्रैक रिकॉर्ड और संरचनात्मक सुधारों ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा, “इस अवधि में भारत की क्षमता और संभावनाओं पर विश्वास और बढ़ा है। हम अगले पांच वर्षों को ‘सबका विकास’ को साकार करने तथा सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास को प्रोत्साहित करने के एक अनूठे अवसर के रूप में देखते हैं।” वित्त मंत्री ने कहा, “विकसित भारत में शामिल हैं: शून्य गरीबी; शत-प्रतिशत अच्छी गुणवत्ता वाली स्कूली शिक्षा; उच्च गुणवत्ता वाली, सस्ती और व्यापक स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच; सार्थक रोजगार के साथ शत-प्रतिशत कुशल श्रम, आर्थिक गतिविधियों में सत्तर प्रतिशत महिलाएं, और हमारे देश को ‘दुनिया की खाद्य टोकरी’ बनाने वाले किसान।”
इस बजट में दस प्रमुख क्षेत्रों में विकास उपायों का प्रस्ताव है, जिसमें गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं के कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इन पहलों का उद्देश्य कृषि विकास और उत्पादकता को बढ़ावा देना, ग्रामीण समृद्धि और लचीलापन बनाना और सभी के लिए समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त, बजट में विनिर्माण को बढ़ावा देने और मेक इन इंडिया पहल को आगे बढ़ाने, एमएसएमई का समर्थन करने और रोजगार आधारित विकास को सक्षम करने का प्रयास किया गया है। इसमें लोगों, अर्थव्यवस्था और नवाचार में निवेश करने, ऊर्जा आपूर्ति को सुरक्षित करने, निर्यात को बढ़ावा देने और नवाचार को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है।