मांगलियावास। कृषि विज्ञान केंद्र, अजमेर में आयोजित तीन दिवसीय “विस्तार कार्मिकों के लिए मानव संसाधन विकास” प्रशिक्षण कार्यक्रम का शनिवार को सफलतापूर्वक समापन हुआ। कृषि अनुसंधान उप केंद्र के प्रसार वैज्ञानिक डॉ रमाकांत शर्मा ने बताया कि यह प्रशिक्षण प्रसार शिक्षा संस्थान आनंद, गुजरात और कृषि विज्ञान केंद्र, अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया, जिसमें कृषि विस्तार से जुड़े अधिकारियों एवं कार्मिकों को उनके कार्यक्षेत्र में दक्षता बढ़ाने हेतु प्रशिक्षित किया गया।
इस प्रशिक्षण में संप्रेषण कौशल, नेतृत्व क्षमता, पब्लिक स्पीकिंग, संघर्ष प्रबंधन, टीम वर्क एवं संगठनात्मक कौशल जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान एवं व्यावहारिक अभ्यास कराए गए।
समापन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ. लक्ष्मीकांत, प्राचार्य, दयानंद महाविद्यालय, अजमेर थे, जिन्होंने कृषि विस्तार अधिकारियों की भूमिका को और अधिक प्रभावी बनाने हेतु प्रेरक संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि “कृषि विस्तार सेवाएं तभी प्रभावी होंगी जब अधिकारी संचार और नेतृत्व कौशल में दक्ष होंगे, जिससे वे किसानों तक वैज्ञानिक जानकारी को सरल और प्रभावी रूप से पहुँचा सकें।”प्रशिक्षण के प्रमुख विशेषज्ञ प्रसार शिक्षा संस्थान आनंद के डॉ. रविकुमार और विश्वजीत पटेल रहे, जिन्होंने विभिन्न सत्रों में प्रतिभागियों को आधुनिक संप्रेषण तकनीक, नेतृत्व कौशल,तनाव प्रबंधन एवं समूह प्रबंधन के व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया।
इस अवसर पर कृषि अनुसंधान उप केंद्र अजमेर के प्रोफेसर वैज्ञानिक डॉ. रमाकांत शर्मा ने भी अपने विचार साझा किए और कृषि विस्तार सेवाओं में इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इसे व्यावहारिक रूप से लाभकारी और अपने कार्यक्षेत्र के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।कार्यक्रम में उप निदेशक समन्वित कीट प्रबंधन डॉ के जी छिपा एवं डॉ सचिन कापड़े ने भी अपनी भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर कृषि विधान केंद्र अजमेर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डी. एस. भाटी ने भी अपने विचार साझा किए एवं प्रशिक्षणार्थियों एवं प्रशिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया। एवं मंच संचालन डॉ. दिनेश काछवा ने किया। फोटो कैप्शन- मानव संसाधन विकास प्रशिक्षण में भाग लेने पहुंचे अधिकारी।

मानव संसाधन विकास पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
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