रांची । झारखंड विधानसभा में बजट सत्र के 12वें दिन मंगलवार को गिरिडीह में होली के दिन हिंसा की घटना पर जोरदार हंगामा हुआ। भारतीय जनता पार्टी के विधायक सदन के दूसरे कामकाज रोककर पहले इस घटना और राज्य में विधि व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में नारेबाजी करते रहे। शोरगुल के बीच प्रश्नकाल नहीं चल पाया और स्पीकर को सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सदन में गिरिडीह हिंसा की घटना को सूचना के तौर पर रखा और इस पर चर्चा कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि धनवार थाना क्षेत्र के घोड़थंभा में होली खेलने वाले युवाओं की टोली को पुलिस ने सड़क से गुजरने से रोका। इसके बाद धार्मिक स्थल के पास दूसरे पक्ष के लोगों ने पेट्रोल बम, बोतलों और पत्थरों से होली खेलने वाली टोली पर हमला बोल दिया। इस दौरान कई दुकानों और गाड़ियों में आग लगा दी गई। उपद्रव होता रहा, लेकिन पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
नेता प्रतिपक्ष ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि एफआईआर में दोनों पक्षों से 40-40 लोगों को नामजद किया गया और दोनों पक्षों से 11-11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम देने का आरोप लगाते हुए कहा कि लॉ एंड ऑर्डर पर बहस कराई जाए।