जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन मैदान पर 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के आज एक महीने पूरे हो गए। इस आतंकी हमले ने देश को गमगीन कर दिया। इसमें 26 मासूमों की जान चली गई जिसने हर भारतीय को अंदर तक झकझोर कर रख दिया। पिछले महीने भारत ने सीमापार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान को जवाबदेह ठहराने तथा भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए उसके विरुद्ध कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर भी किया गया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव बढ़ गया था।
पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों का निष्कासन और राजनयिकों की संख्या में कमी
23 अप्रैल को भारत ने नई दिल्ली स्थित उच्चायोग में तैनात पाकिस्तानी सैन्य सलाहकारों को निष्कासित कर दिया और इस्लामाबाद से अपने सैन्य कर्मियों को वापस बुला लिया। इसके अतिरिक्त, इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने अपने कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 कर दी। ये कदम राजनयिक संपर्कों को कम करने और पाकिस्तान की कथित कार्रवाइयों के प्रति भारत की अस्वीकृति व्यक्त करने के लिए उठाए गए थे।