जैसलमेर। कृषि विज्ञानं केंद्र ,जैसलमेर एवं भारतीय मसाला बोर्ड के सयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमे श्रेष्ठतम स्वर्ण नगरी के किसान उत्पादक संगठन के किसानो ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान केंद्र के वरिष्ट वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दीपक चतुर्वेदी ने जीरे की उन्नत खेती के साथ साथ जीरे में लगने वाले रोग एवं किट के बारे में बताया तथा उन्होंने जीरे की उन्नत किस्म जी.सी. 4 की विशेषता एवं पैदावार के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर मसाला बोर्ड के अधिकारी डॉ. शेलेश ने जीरा उत्पादक किसानो को विदेशी बाजार में जीरे को विक्रय करने के लिए जीरे निर्यात विपणन के मापको के बारे में बताया साथ ही उन्होंने जीरे के वैश्विक व्यापार पर प्रकाश डाला तथा मसाला निर्यात में स्वछता तथा सुरक्षित गुणवता को रेखंकित किया।
इस मौके पर केंद्र के कृषि मौसम वैज्ञानिक अतुल गालव ने जीरे की उन्नत खेती के लिए आवश्यक तापमान एवं उसकी बुवाई के लिए उपयुक्त समय के बारे में जानकारी कराई।
कार्यक्रम के अंत में प्रगतिशील किसान एवं किसान उत्पादक संगठन के सदस्य विजय सिंह घिन्टाला ने किसानो को जीरे के बीज की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि किसानो के बीज का अंकुरण प्रतिशत बेहतरीन रहे और किसानो को अधिक उत्पादन का अच्छा फायदा मिले। अंत में उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी किसानो का धन्यवाद ज्ञापित किया।



