महात्मा गाँधी के 1915 में दक्षिण अफ्रीका छोड़कर पूरी तरह से भारत लौटने के उपलक्ष्य में हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस धूमधाम से मनाया जाता है। भारत का मान विदेशों में बढ़ाने वाले तमाम लोगों का सम्मान करने के लिए यह दिवस मनाया जाता है। इस दिन उनकी उपलब्धियों को सम्मानित भी किया जाता है और उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। यह दिवस महात्मा गांधी से भी जुड़ा हुआ है। इस अवसर पर प्रवासी भारतीय सम्मान देने की भी परंपरा है। यह सम्मान उन प्रवासी भारतीयों को दिया जाता है जिन्होंने इस समय बसे देश के अलावा भारत के विकास में अहम योगदान और सेवा दी हो।
साल 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय में प्रवासी भारतीय दिवस को शुरु करने घोषणा हुई थी। भारत का मान बढ़ाने वाले भारतवंशियों को सम्मानित करने के लिए इस दिवस की शुरुआत की गई थी। पहली बार ये दिन 9 जनवरी, 2003 को सेलिब्रेट किया गया था। दरअसल, 9 जनवरी की तारीख को इसलिए चुना गया है, क्योंकि इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। देश वापसी करने के बाद उन्होंने भारत को आजाद कराने की जिम्मा उठाया और स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया। उनके प्रयास से भारतीयों का जीवन और भविष्य दोनों ही बदल गया था।



