“वंदे गंगा जल संरक्षण – जन अभियान” के दूसरे दिन अभियान के तहत जिलेभर में चला व्यापक स्वच्छता एवं जल सरंक्षण का संकल्प

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झालावाड़। राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप जिले में शुक्रवार को “वंदे गंगा जल संरक्षण – जन अभियान” के दूसरे दिन जल स्रोतों की सफाई, जल उपयोगिता बढ़ाने, स्वच्छता व्यवस्था सुधारने एवं जनजागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों द्वारा संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया। जल संसाधन विभाग ने नहरों की सफाई कर सिंचाई सुविधा सुनिश्चित की, वहीं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने रेलवे स्टेशन व सार्वजनिक जल स्रोतों पर जल सेवाओं की स्वच्छता सुनिश्चित की। ऊर्जा विभाग ने ट्रांसफॉर्मरों की सफाई कर विद्युत सुरक्षा का संदेश दिया, जबकि पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों ने अपने परिसरों में श्रमदान कर अनुशासित सहभागिता दिखाई। स्वयंसेवी संगठनों ने गौशाला परिसर को स्वच्छ किया और परिंडे बांधे, वहीं सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने जनजागरूकता हेतु मीडिया भ्रमण आयोजित किया। स्वच्छ भारत मिशन, शिक्षा विभाग के एनएसएस, एनसीसी, नेहरू युवा केन्द्र और शहरी निकायों ने मिलकर ग्रामीण-शहरी क्षेत्रों में सफाई, दीवार लेखन, रैलियों, व पौधारोपण के माध्यम से जल संरक्षण को जन आंदोलन का स्वरूप दिया। जिले में यह समन्वित प्रयास पर्यावरणीय सुधार की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभरा।

सभी विभागों की समन्वित भागीदारी से जिले में जल व स्वच्छता का संदेश
06 जून 2025 को “वंदे गंगा जल संरक्षण – जन अभियान” के अंतर्गत जिले के समस्त विभागों ने मिलकर स्वच्छता, जल उपयोगिता, जनजागरूकता व पर्यावरण सुधार से जुड़े कार्यक्रमों का सफल आयोजन किया। जल संसाधन, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, ऊर्जा, पुलिस, शिक्षा, स्वच्छ भारत मिशन, सामाजिक संगठन, नगर निकाय व जनसंपर्क विभाग सहित सभी ने संयुक्त प्रयास किए। इन विभागीय गतिविधियों से न सिर्फ जनभागीदारी बढ़ी, बल्कि अभियान को जनआंदोलन का स्वरूप मिला।

नहरों की सफाई से बढ़ेगी सिंचाई क्षमता
जल संसाधन विभाग द्वारा शुक्रवार को चवली डेम की मुख्य नहरों व खालों में सफाई अभियान चलाया गया। किसानों व ग्रामीणों ने श्रमदान कर गाद हटाने में सहयोग किया। तटों की घास-पतवार व कचरा हटाया गया। यह कार्य परियोजना की अन्य शाखाओं में भी हुआ।

पेयजल स्रोतों की जांच व स्वच्छता
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, नगर क्षेत्रों में जल टंकियों की सफाई की गई। फिल्टर यूनिट्स व प्लांट में क्लोरीनेशन व जल परीक्षण हुआ। एनएसएस, एनसीसी व एनवाईके स्वयंसेवकों ने सहयोग किया। जल गुणवत्ता जांच हेतु नमूने लिए गए। जनजागरूकता अभियान भी चलाया गया।

शहरी क्षेत्रों में चला विशेष सफाई अभियान
नगर परिषद एवं नगरपालिका क्षेत्रों में शहरी जल स्त्रोतों, नालों व तालाबों की सफाई हुई। ष्ठद्ग-ह्यद्बद्यह्लद्बठ्ठद्द कर जलभराव रोकने के उपाय किए गए। वृक्षारोपण हेतु गड्ढे खोदे गए। नागरिकों को घर-घर जाकर जल संरक्षण के उपाय बताए गए। जल बचत को दैनिक जीवन से जोड़ने का आग्रह किया गया।

बिजली सुरक्षा के साथ स्वच्छता का संदेश
ऊर्जा विभाग द्वारा मुख्य ट्रांसफॉर्मर व वितरण केंद्रों के आसपास सफाई की गई। घास, कचरा व मिट्टी हटाकर दुर्घटनाओं की संभावना कम की गई। श्रमदान कर कर्मचारियों ने जल-ऊर्जा संरक्षण को जोड़ा। नागरिकों को बिजली उपकरणों की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया।

गौशाला में सफाई व परिंडे बांधने की पहल
स्वयंसेवी संस्थाएं व सामाजिक संगठनों द्वारा कृष्ण गौशाला में श्रमदान कर सफाई की गई। पशु खोहों व जल निकासी की मरम्मत की गई। पक्षियों के लिए परिंडे बांधे गए। साथ ही पशुपालकों को स्वच्छता और जल प्रबंधन का संदेश दिया गया। जनसहभागिता की मिसाल कायम की गई।

मीडिया के माध्यम से पहुंचा जन संदेश
सूचना एवं जन संपर्क विभाग ने वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान की गतिविधियों को जनसाधारण तक पहुंचाने के लिए फील्ड भ्रमण एवं मीडिया संवाद की व्यवस्था की। स्थानीय पत्रकारों एवं मीडिया प्रतिनिधियों को चाय-पानी के चबूतरे, नगर वन एवं चंद्रभागा नदी क्षेत्र में कराई गई सफाई गतिविधियों का प्रत्यक्ष अवलोकन कराया गया।

गांवों में गूंजा जल बचाओ का संदेश
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत गांवों में जल स्त्रोतों की सफाई व मरम्मत की गई। पंचायतों में सामूहिक श्रमदान हुआ। महिलाओं व बच्चों ने रैलियों में भाग लिया। परिंडे व वृक्षारोपण की गतिविधियाँ भी की गईं। ग्रामीणों को जल स्रोत स्वच्छ रखने की शपथ दिलाई गई।

पुलिस ने अनुशासन से निभाई जिम्मेदारी
पुलिस विभाग द्वारा सफाई व श्रमदान कार्यक्रम हुआ। अधिकारियों व जवानों ने परिसर को स्वच्छ किया। बैरकों में सफाई की शपथ ली गई। पुलिस बल की सहभागिता प्रेरणादायक रही।

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