आज आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा और महाकुंभ जैसे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले का आयोजन कर रहा उत्तर प्रदेश अपना स्थापना दिवस मना रहा है। उत्तर प्रदेश जहां देश की सियासत की दिशा तय करता आया है, वहीं सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रूप से भी बेहद समृद्ध है। राम और कृष्ण की धरती वाले इस प्रदेश में जहां भगवान काशी विश्वनाथ दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी में विराजमान हैं। तो वहीं प्रयागराज का त्रिवेणी संगम भी इस प्रदेश को खास बनाता है। ऐतिहासिक धरोहरों से यहां का कोना-कोना समृद्ध है, तो अंग्रेजों से हुए संघर्ष की यादें भी प्रदेश के कई हिस्सों में भी मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश ने गुजरते वक्त के साथ यूपी अपने आप को बदला है। यह प्रदेश अपनी पंरपराओं को सहेजते हुए आधुनिकता के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है और इसकी बदौलत इसने बहुत कुछ हासिल किया है। यूपी शुरुआत से यूपी नहीं था। इसका जन्म किसी और नाम से हुआ था। इससे भी खास बात है कि अपने स्थापना दिवस के लिहाज से यूपी भले ही बुजुर्ग हो। लेकिन हकीकत में ये 2018 से ही अपना स्थापना दिवस मना रहा है। इससे पहले यूपी में स्थापना दिवस का आयोजन ही नहीं होता था। महाराष्ट्र में जरूर इसकी शुरुआत की गई थी।
 


