गुवाहाटी । असम में कांग्रेस के पूर्ववर्ती शासन के दौरान किसी को भी रिश्वत दिए बिना सरकारी नौकरी नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को कहा कि उनका लक्ष्य अपने कार्यकाल में दो लाख युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। युवा उद्यमियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए शर्मा ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद से राज्य में 1.4 लाख युवाओं को नौकरियां मिल चुकी हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘कांग्रेस शासन के दौरान युवाओं को यह विश्वास नहीं था कि उन्हें रिश्वत दिए बिना सरकारी नौकरी मिलेगी। कम वेतन वाली नौकरियों के लिए भी उन्हें एक करोड़ रुपये की रिश्वत देनी पड़ती थी।’’
शर्मा ने आरोप लगाया कि असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) के अध्यक्ष पद के लिए, कांग्रेस सरकार ने उन लोगों को चुना था जो नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों से ‘‘पैसा इकट्ठा’’ कर सकते थे। उन्होंने कहा, ‘‘कांटों से भरा युग बीत चुका है। अब, हम बिना किसी रिश्वत के पारदर्शी तरीके से भर्ती परीक्षा आयोजित करने में सक्षम हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि 1.4 लाख युवाओं को पहले ही ‘‘एक लाख के लक्ष्य के मुकाबले सरकारी नौकरियां मिल चुकी हैं’’, और सरकार अब ‘‘2026 तक दो लाख युवाओं को रोजगार प्रदान करने का लक्ष्य बना रही है।’’

कांग्रेस के कार्यकाल में रिश्वत के बिना किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिली: हिमंत विश्व शर्मा
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