नई दिल्ली। यमन में मौत की सजा का सामना कर रही केरल की नर्स निमिषा प्रिया को लेकर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हुई। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि, वे चाहते हैं कि महिला सुरक्षित वापस आए। सरकार हर संभव मदद कर रही है। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच में सरकार की तरफ से अटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणी पेश हुए। उन्होंने कहा- निमिषा को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उधर याचिकाकर्ता संगठन “सेव निमिषा प्रिया इंटरनेशनल एक्शन काउंसिल” ने कोर्ट से अपील की है। उन्हें निमिषा को बचाने के लिए यमन जाने दिया जाए। इस पर कोर्ट ने कहा, आप केंद्र से संपर्क करें। हम इस पर कुछ नहीं कहेंगे। अगली सुनवाई 14 अगस्त को होगी। इससे पहले 14 जुलाई को हुई सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि मामला बहुत संवेदनशील है। अगर भारतीय नर्स यमन में जान गंवाती है तो यह दुखद होगा। निमिषा को 16 जुलाई को मौत की सजा दी जानी थी। जिसे फिलहाल टाल दिया गया है। वे 2017 से यमन की जेल में बंद हैं। उन पर यमन के नागरिक तलाल अब्दो महदी को दवा की ओवरडोज देकर हत्या करने का आरोप है।
निमिषा प्रिया सजा मामला: केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- हम चाहते हैं महिला सुरक्षित लौटे
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