राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शुक्रवार को कहा कि उसने पश्चिम बंगाल सरकार को उन खबरों पर नोटिस जारी किया है, जिनमें कहा गया है कि कोलकाता के एक चमड़ा परिसर में मैनहोल में प्रवेश करते समय जहरीली गैस के कारण तीन निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई। एनएचआरसी ने एक बयान में कहा कि यदि खबर की विषय-वस्तु सही है, तो यह पीड़ितों के मानवाधिकारों के उल्लंघन का गंभीर मुद्दा है। एनएचआरसी ने एक मीडिया रिपोर्ट का स्वत: संज्ञान लिया है जिसमें कहा गया है कि दो फरवरी को ‘कोलकाता लेदर कॉम्प्लेक्स’ में सीवर की मरम्मत करने के लिए 10 फुट गहरे मैनहोल में उतरने के दौरान जहरीली गैस के कारण तीन निर्माण श्रमिकों की मौत हो गई।
आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और कोलकाता के पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी कर दो सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें जांच की रिपोर्ट भी शामिल होनी चाहिए। एक अन्य बयान में एनएचआरसी ने कहा कि उसने मीडिया में आई उस खबर का स्वत: संज्ञान लिया है जिसमें कहा गया था कि 22 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में एक सरकारी स्कूल के करीब 38 विद्यार्थी पास की सीमेंट फैक्ट्री से निकली जहरीली गंध के कारण बीमार पड़ गए।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, छात्रों ने मतली, उल्टी और बेचैनी की शिकायत की और वे बेहोश होने लगे। आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को नोटिस जारी कर चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।



