कोटा। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य धन्य कुमार जिनप्पा गुंडे ने कहा कि अल्पसंख्यकों सहित विभिन्न वर्गो के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाएं एवं कार्यक्रम राजस्थान सरकार के प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने जैन साधु एवं साध्वियों को विहार के दौरान सुरक्षा प्रदान करने एवं उनके रूकने के लिए व्यवस्था करने के संबंध में राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को अच्छा कदम बताते हुए पुलिस एवं प्रशासन को जैन संतो एवं साध्वियों के विहार के दौरान उनके रूकने के लिए जगह चिन्हित करने तथा उन्हे पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
आयोग सदस्य मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित अधिकारियो की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के लिए योजनाओं एवं कार्यक्रमों को लागू करने में कोटा जिले की परफोर्मेंस अच्छी है। उन्हांेने जिला कलक्टर सहित प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के कल्याण के संबंधित केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ अल्पसंख्यकों तक पहुंचाएं। इन योजनाओं को लाभ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले अल्पसंख्यकों को भी मिले इस दिशा में योजनाओं एवं कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों विशेषकर माइनोरिटी स्कॉलरशीप से जुड़ी जानकारी हर शिक्षण संस्थान के नोटिस बोर्ड़ पर लगाई जाए। साथ ही इन योजनाओं से जुडे पम्पलेट अल्पसंख्यकांे को वितरित किये जाएं। उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण से जुडी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की बुकलेट गुरूद्वारो, चर्च एवं मस्जिदों में वितरित करने का भी सुझाव दिया, ताकि अधिक से अधिक लोगो को इसकी जानकारी मिल सके।
आयोग सदस्य ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि कोई भी छोटा-बडा झंगडा साम्प्रदायिक तनाव का रूप नहीं ले इस संबंध में विशेष सकर्तता बरती जाए। उन्होंने इस तरह की कोई घटना होने पर सभी समुदायों के लोगों के साथ बैठक कर सौहार्द एवं सद्भाव का माहौल बनाने के निर्देश दिये।
आयोग सदस्य ने कहा कि ऐतिहासिक महत्व वाले गुरूद्वारों में 50 बैड की धर्मशाला बनवाने के संबंध में जिलों से जो प्रस्ताव मांगे गये है वे जल्द भेजे जाएं। इन धर्मशालाओं में जरूरतमंद व्यक्ति आकर रूक सकेगा एवं लंगर में खाना खा सकेगा।
बैठक में विभिन्न विभागों में अल्पसंख्यक कल्याण से संबंधित योजनाओं एवं किये जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तृृत जानकारी ली गई। आयोग सदस्य ने अल्पसंख्यक छात्रवृति योजना एवं अल्पसंख्यकों को ऋण वितरण में आ रही बाधाओं को दूर करते हुए इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों पर पहुंचाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी पहुंचाने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया जाए।
जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी ने केन्द्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य को अवगत कराया कि जिले में सभी समुदायों में सुरक्षा का भाव पैदा करने एवं आपसी सौहार्द कायम रखने की दिशा में हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए लागू योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किया जा रहा है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर सीलिंग कृष्णा शुक्ला, नगर निगम कोटा दक्षिण आयुक्त अनुराग भार्गव, जिला परिषद सीईओ राजपाल सिंह, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी नाहिद, सीएमएचओ डॉ. जगदीश सोनी, मुख्य जिला शिक्षाधिकारी के.के.शर्मा सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।