नाहरगढ़ : डोल मेला मैदान की जमीन का प्रशासन ने किया सीमाज्ञान

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नाहरगढ़। नाहरगढ़ कस्बे में लंबे समय से ग्रामीणों द्वारा डोल मेला मैदान के सीमाज्ञान की मांग की जा रही थी, कई बार ज्ञापन भी दिए गए जिसके बाद सोमवार को प्रशासन द्वारा तहसीलदार अभयराज सिंह की उपस्थिति में डोल मेला मैदान का सीमाज्ञान किया गया । नायब तहसीलदार गणेश खंगार ने बताया कि डोल मेला जमीन के सीमाज्ञान की मांग लंबे अरसे से चली आ रही थी प्रशासन में कई दिनों की मशक्कत के बाद नए नक्शे से स्थाई पॉइंट के आधार पर डोल मेले का सीमा ज्ञान किया गया। सीमाज्ञान कर डोल मेला मैदान की परिधि तक प्वाइंट चिन्हित किए। सीमाज्ञान के बाद अग्रवाल समाज द्वारा किसी व्यक्ति के नाम खरीदी गई रजिस्ट्रीशुदा कब्जेशुदा जमीन में कुछ जमीन निकलने पर विवाद की स्थिति बन गई थी। जिसके बाद प्रशासन द्वारा काफी देर तक समझाइश की गई लेकिन सहमति नहीं बनी । अग्रवाल समाज द्वारा खरीदी गई भूमि के दस्तावेज दिखा कर कई वर्षों के काबिज होना बताया । फिलहाल विवादक्षेत्र को छोड़ कर अन्य चिह्नित स्थानों पर पत्थर गाड़ दिए गए। उधर प्रशासक सोहनलाल सहरिया का कहना है ग्रामीणों की मांग है कि डोल मेला मैदान का संपूर्ण सीमाज्ञान कर मेला मैदान का सीमांकन कर चिह्नित किया जाए। इस अवसर पर पुलिस लाइन से पुलिस बल तैनात रहा। मौके पर थानाधिकारी धर्मपाल यादव कानूनगो सुरेश मेहरा, पटवारी अमित मेहता ,इमरान खान और सुरेन्द्र सहरिया ग्राम विकास अधिकारी जगदीशचंद सहरिया एवं तहसील के कर्मचारी उपस्थित रहे। वही पुलिस उपाधीक्षक रिछपाल मीणा ने भी मौके पर पहुंच कर पुलिसकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए।
पहले हो चुका है विवाद – डोल मेंले की जमीन के सीमा ज्ञान को लेकर 10 माह पूर्व कस्बे वासियों ने मेला जमीन का सीमाज्ञान और इसके विकास की मांग को लेकर डोल ग्यारस के दिन देव विमान रखकर प्रदर्शन किया गया था जिसके बाद प्रशासन ने नक्शा ऑनलाइन नहीं होने के चलते सीमा ज्ञान में असमर्थता जाता दी थी जबकी इस जमीन पर हो रहे अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया था साथ ही कस्बे के मुख्य मार्ग का अतिक्रमण भी हटाया था जिसके बाद विवाद की स्थिति बन गई थी अभी कुछ दिन पूर्व भी अलग-अलग संगठनों द्वारा डोल मेंले को लेकर सीमा ज्ञान का ज्ञापन सोपा गया था इस पर प्रशासन ने कई दिनों की मेहनत के बाद डोल मेले की जमीन का सीमाज्ञान करवा दिया।

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