‘मेरा बेटा सड़क पार करने से डरता था वो चलती गाड़ी से कैसे भागेगा’? एनकाउंटर में मारे गये आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार ने उठाए सवाल

ram

महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के आरोपी अक्षय शिंदे को पुलिस ने तब मार गिराया जब उसने एक अधिकारी का हथियार छीनकर उन पर गोली चला दी। पुलिस ने बताया कि बदलापुर (ठाणे जिले) के एक स्कूल में चार साल की दो लड़कियों के साथ कथित तौर पर यौन उत्पीड़न के आरोप में पिछले महीने गिरफ्तार किए गए 23 वर्षीय चौकीदार की सोमवार को “जवाबी गोलीबारी” में मौत हो गई। अक्षय शिंदे ने एक पुलिस अधिकारी की सर्विस बंदूक छीन ली और गोली चला दी। पुलिस ने कहा कि आरोपी को एक वाहन में ले जाया जा रहा था, जब उसने सहायक पुलिस निरीक्षक नीलेश मोरे की पिस्तौल छीन ली और हिरासत से भागने की कोशिश में उसे लेकर जा रही टीम पर गोली चला दी। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें मोरे और दो अन्य घायल हो गए। घटना कथित तौर पर ठाणे जिले के मुंब्रा बाईपास के पास हुई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि आरोपी को उसकी पूर्व पत्नी द्वारा 2021 में दर्ज किए गए यौन उत्पीड़न के मामले की जांच के लिए गठित क्राइम ब्रांच की एसआईटी द्वारा ठाणे ले जाया जा रहा था। दो नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उसे राजनीति के तहत मारा गया। उसके पिता अन्ना शिंदे ने अपने बेटे की हत्या की जांच की मांग की। अक्षय की मां और चाचा ने आरोप लगाया कि यह पुलिस और बदलापुर स्कूल के प्रबंधन की साजिश थी। उन्होंने दावा किया कि अक्षय शिंदे ने अपने परिजनों से कहा था कि उसे हिरासत में पुलिस द्वारा पीटा जा रहा है और उसने पैसे मांगने के लिए एक चिट भी भेजी थी। उसकी मां और चाचा ने पुलिस के बयान पर सवाल उठाया और कहा कि वह पुलिसकर्मी का हथियार नहीं छीन सकता। अक्षय शिंदे की मां ने पूछा, “मेरा बेटा पटाखे फोड़ने और सड़क पार करने से डरता था। वह पुलिसकर्मियों पर गोली कैसे चला सकता है?”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *