बालोतरा। जिले के पशुपालकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार द्वारा पहल करते हुए अत्याधुनिक सुविधा से लैस मोबाइल वेटरनरी यूनिट का संचालन किया जा रहा है।
कृषक कल्याण एवं पशुपालकों समृद्ध बनाने की सकारात्मक सोच रखने वाली भजनलाल सरकार ने द्वारा पशुपालकों को चिंता मुक्त करने एवं राज्य के पशुओं को निशुल्क उपचार उपलब्ध करवाने के उदेश्य से बालोतरा जिलें में 17 मोबाइल वेटरनरी यूनिट का संचालन किया जा रहा है।
पशुपालन विभाग के उप निदेशक डॉ. मदन गिरी ने बताया कि बालोतरा जिले में संचालित 17 मोबाइल वेटरनरी यूनिट के माध्यम से जिले के दूरदराज के गांवों में भी पशुओं का सुगमता से इलाज हो रहा है।
उन्होने बताया कि शुरुआत के दिनों में मोबाइल वेटरनरी यूनिट कैंप मोड में काम करती थी, जिसके तहत एक दिन में दो गांव में जाकर कैंप कर पशुओं को लाभान्वित किया जाता था और आज के समय में 1962 नंबर के तहत हाइटेक मोड पर पशुओं की चिकित्सा पशुपालक के घर जाकर मात्र एक कॉल पर की जा रही है। पशुपालक घर बैठे 1962 नंबर डायल कर अपने बीमार पशुओं को बेहतर चिकित्सा सुविधा के साथ इलाज करवा रहे हैं और इसके साथ कैंपों के द्वारा भी इस मोबाइल वेटरनरी यूनिट का लाभ पशुपालकों को दिया जा रहा है। इस यूनिट का संचालन प्राइवेट फॉर्म के द्वारा सरकार के गाइडलाइन में किया जा रहा है, जो मोबाइल यूनिट के पशु चिकित्सक, पशुधन निरीक्षक और ड्राइवर कम हेल्पर का चयन कर मेडिसिन उपकरण और संपूर्ण मोबाइल यूनिट का देखरेख एवं संचालन का कार्य कर रही है।
उन्होने बताया कि मोबाइल वेटरनरी यूनिट एक चलता फिरता पशु चिकित्सालय है, जिसमें एक पशु चिकित्सक, एक पशुधन निरीक्षक और जरूरी दवाइयां के साथ-साथ प्राथमिक इलाज की सभी सुविधाएं उपलब्ध है। यह यूनिट गांव में जाकर बीमार पशुओं की जांच इलाज और परामर्श जैसी सेवाएं दे रही है।
पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. मदन गिरी ने बताया कि इस योजना से उन पशुपालकों को सीधी राहत मिलती है जो दूर होने की वजह से अपने पशुओं का समय पर इलाज नहीं करवा पाते थे।मोबाइल वेटरनरी यूनिट सप्ताह में सातों दिन पशुपालकों को उनके घर जाकर सेवाएं दे रही है। इस यूनिट के आने से जहां एक और पशुओं के मृत्यु दर में कमी आ रही है वहीं दूसरी ओर पशुपालकों की आमदनी भी बढ़ रही है।
मोबाइल वेटरनरी यूनिट से बदलेगा ग्रामीण पशुपालकों का जीवन
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