झालावाड़। गागरोन रोड़ स्थित 6 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट से निकल रहे ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के पुनः उपयोग व निस्तारण के संबंध में बुधवार को जिला कलक्टर अजय सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में मिनी सचिवालय में बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट के ट्रीटेड वेस्ट वॉटर को कृषि कार्य हेतु उपयोग के लिए प्लांट से पाइप लाईन बिछाकर पानी को दुर्गपुरा गांव की ओर डायवर्ट किए जाने हेतु राड़ी के बालाजी होते हुए व्हाइट हाउस रिर्सोट के आगे बावड़ीखेड़ा तक मुख्य सड़क के किनारे 4.5 कि.मी. के रूट के संबंध में चर्चा कर वन विभाग की सहमति उपरांत स्वीकृति प्रदान की गई।
इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट के आउटलेट पर कन्ट्रोल वॉल्व भी लगाया जाए ताकि आवश्यकतानुसार पानी की आवक को नियंत्रित किया जा सके। साथ ही पाइप लाईन के रूट पर 4 से 5 आउटलेट वॉल्व भी लगाए जिससे वन क्षेत्र के पेड़ों को पानी उपलब्ध हो सके। जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट का कार्य संबंधित विभागों से एनओसी लेकर किया जाए। उन्होंने सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लांट का प्रस्ताव बनाकर रूडसिको को भिजवाने के निर्देश नगर परिषद् के अधिशाषी अभियंता को दिए।
जिला कलक्टर ने बताया कि इस कार्य के पश्चात् वन क्षेत्र व खेतों में ट्रीटेड वॉटर के पहुंचने से हरियाली में वृद्धि होगी, भू-जल स्तर बढ़ेगा व खेती में भी लाभ होगा। साथ ही ट्रीटेड वॉटर के वन क्षेत्र में प्राकृतिक ढ़लान के द्वारा खेतों में पहुंचने से पूर्व पानी की गुणवत्ता में भी सुधार होगा।
गौरतलब है कि वर्तमान में सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट के आसपास कुछ किसानों द्वारा ट्रीटेड वेस्ट वॉटर को उपयोग में लिया जा रहा है। इसी को देखते हुए सम्पूर्ण ट्रीटेड वेस्ट वॉटर को कृषि कार्य में पुनः उपयोग में लाए जाने हेतु पाइप लाईन डाले जाने का कार्य प्रस्तावित है जिससे उस पानी को निकट के गांवों के खेतों तक पहुंचाया जा सके।
बैठक में आरयूआईडीपी के अधिशाषी अभियंता रामबाबू यादव, नगर परिषद् झालावाड़ के अधिशाषी अभियंता मनीष कुमार, सहायक अभियंता सौरभ गुप्ता, राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी अनुराग यादव सहित संबंधित क्षेत्र के सरपंच एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सीवरेज प्लान्ट के ट्रीटेड वेस्ट वॉटर के निस्तारण के संबंध में बैठक आयोजित
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