मैक्सवेल को उम्मीद, भारत के खिलाफ टी20 सीरीज़ से कर सकते हैं वापसी

ram

मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल अगले एक महीने में फिर से मैदान पर उतर सकते हैं। मैक्सवेल ने संकेत दिए हैं कि वह भारत के खिलाफ टी20 सीरीज़ के आखिरी मुकाबलों में वापसी कर सकते हैं। मैक्सवेल ने पिछले हफ्ते अपनी दाहिनी कलाई की सर्जरी कराई थी, जो न्यूजीलैंड सीरीज़ से पहले ट्रेनिंग के दौरान चोटिल हो गई थी। उन्होंने ऑपरेशन का फैसला इसलिए लिया ताकि रिकवरी प्रक्रिया तेज़ हो सके। ऑस्ट्रेलिया ने मैक्सवेल को भारत के खिलाफ शुरुआती दो टी20 मैचों के लिए टीम में शामिल नहीं किया है, लेकिन 2 नवंबर से शुरू होने वाले आखिरी तीन मैचों में उनकी वापसी संभव है। मैक्सवेल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हवाले से कहा, “सर्जरी कराने का मकसद यही था कि मुझे भारत सीरीज़ में खेलने का एक छोटा सा मौका मिल सके। अगर सर्जरी नहीं कराता तो पूरी सीरीज़ मिस करनी पड़ती। अब उम्मीद है कि कुछ हिस्सा खेल सकूं और अगर नहीं तो बिग बैश लीग (बीबीएल) में समय पर वापसी कर लूंगा।” 36 वर्षीय मैक्सवेल की बांह से प्लास्टर बुधवार को ही उतारा गया है और उन्होंने बेसिक मूवमेंट एक्सरसाइज़ शुरू कर दी हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए मैक्सवेल की वापसी मिड-सीरीज़ में फायदेमंद हो सकती है क्योंकि टीम टी20 विश्व कप (फरवरी 2026) से पहले अपने प्रमुख खिलाड़ियों को गेम टाइम देना चाहती है, वहीं कुछ खिलाड़ी एशेज की तैयारी में भी जुटे हैं। इस बीच जोश हेज़लवुड ने एशेज से पहले शेफील्ड शील्ड में खेलने की इच्छा जताई है। ट्रैविस हेड और जोश इंग्लिस भी अक्टूबर 28 और नवंबर 10 से शुरू होने वाले शील्ड मैचों में हिस्सा ले सकते हैं। मैक्सवेल के बीबीएल में मेलबर्न स्टार्स के लिए 18 दिसंबर को पहले मैच में उतरने की पूरी संभावना है। वह विक्टोरिया के लिए 2 दिसंबर को होने वाले वनडे कप मुकाबले में भी वापसी कर सकते हैं, हालांकि शील्ड में उनके खेलने की उम्मीद नहीं है। मैक्सवेल के करियर में हाल के वर्षों में चोटों की एक श्रृंखला रही है — 2022 में पैर टूटना, 2023 में गोल्फ कार्ट से गिरकर कंकशन और अब कलाई की चोट। मैक्सवेल ने बताया कि न्यूजीलैंड में नेट प्रैक्टिस के दौरान मिचेल ओवेन के ज़ोरदार पुल शॉट से गेंद उनकी बांह पर लगी थी। उन्होंने कहा, “ये बस बदकिस्मती थी। गेंद सीधे हड्डी पर लगी और कुछ नहीं हुआ, पर चोट लग गई। ऐसे हादसे अक्सर होते हैं, बस सुनाई नहीं देते।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *