मौलासर। श्रीकृष्ण गौशाला, नूवा में चल रहे संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव के तीसरे दिन शुक्रवार को भक्त ध्रुव चरित्र एवं भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार की झांकी का अलौकिक मंचन हुआ। कथा व्यास पथिकाचार्य श्री कुलदीप शास्त्री जी ने श्रद्धालुओं को ध्रुव चरित्र सुनाते हुए बाल भक्त ध्रुव की अदम्य भक्ति और तपस्या का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान की प्राप्ति के लिए आयु कोई बाधा नहीं है, ध्रुव ने अल्पायु में ही भगवान के दर्शन कर यह सिद्ध कर दिया कि दृढ़ निश्चय और भक्ति से सब संभव है। व्यास जी ने भक्त प्रह्लाद और ध्रुव के प्रसंगों के माध्यम से बताया कि जीवन में कठिनाइयाँ चाहे कितनी भी आएं, भगवान का नाम और सत्मार्ग कभी नहीं छोड़ना चाहिए। कथा के दौरान नरसिंह भगवान की भव्य झांकी प्रस्तुत की गई, जिसे देख श्रद्धालु भावविभोर हो उठे। व्यास जी ने कहा कि परमात्मा प्राप्ति के दो मार्ग हैं – सद्मार्ग, जिसे भक्त प्रह्लाद ने अपनाया और असद मार्ग, जिससे अंततः हिरण्यकश्यप को भी मोक्ष प्राप्त हुआ। उन्होंने श्रोताओं को सत्कर्म करने और हर पल प्रभु भजन में लीन रहने का संदेश दिया। आज तीन भामाशाहो ने सहयोग किया जिसमें रूपाराम खोखर,पूर्व सरपंच झुमरमल मेघवाल, सेवानिवृत अध्यापक रामेश्वर मिश्रा ने एक लाख एक हजार के हिसाब से तीनों ने तीन लाख तीन हजार रुपए गौ सेवार्थ सहयोग किया। कार्यक्रम के समापन पर मुख्य यजमान संदीप वर्मा, रूपाराम खोखर,अमित तूनवाल, हरिनारायण सोनी, सीताराम कुमावत, कन्हैयालाल शर्मा, ने व्यासपीठ और गौमाता की पूजा-अर्चना कर आरती उतारी। इसके पश्चात प्रसाद वितरण किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। गौशाला परिसर में चल रहा यह दिव्य आयोजन प्रतिदिन श्रद्धालुओं को धर्म, अध्यात्म और भक्ति के मार्ग पर अग्रसर कर रहा है।

मौलासर : श्रीकृष्ण गौशाला नूवा में भागवत कथा का तीसरा दिन – भक्त ध्रुव चरित्र पर श्रद्धालु भावविभोर
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