जयपुर । जिले में मलेरिया क्रैश कार्यक्रम के प्रथम चरण की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के दौरान प्रभावित क्षेत्र में आशाओ और एएनएम की टीम बनाकर घर-घर सर्वे कर मच्छरों की रोकथाम के लिए एन्टीलार्वल व एन्टीएडल्ट तथा सोर्स रिडक्शन व आईईसी गतिविधियां की जाएंगी। मलेरिया क्रैश कार्यक्रम आगामी 14 मई 2024 तक आयोजित किया जाएगा।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( स्वास्थ्य ) जयपुर प्रथम डॉ. इंद्रा गुप्ता ने बताया कि मलेरिया क्रैश कार्यक्रम के तहत जिले के प्रत्येक घरों में आमजन को प्रत्येक रविवार को सूखा दिवस मनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इस दौरान आमजन को दैनिक उपयोग में लिए जा रहे कूलर, फ्रिज की ट्रे, पक्षियों के परिन्डे को खाली कर सुखाने व मच्छर जनित रोगों से बचाव के बारे में जागरूक किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि पानी भराव क्षेत्र में एएनएम/आशा / सीएचओं द्वारा साफ पानी भराव क्षेत्र में टेमीफॉस व गंदे पानी व नालियों में एमएलओ डाला जाएगा ताकि मच्छरों के लार्वा को नष्ट किया जा सकें। इस कार्यक्रम के संबंध में जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त संख्या में दवाईयां व आवश्यक संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं समय पर रोगियों का उपचार करने के लिए सभी संबंधित चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए है। साथ ही मलेरिया क्रश कार्यक्रम के तहत राजकीय चिकित्सालयों में मच्छरजनित बीमारियों हेतु मच्छरदानी बैड आरक्षित करते हुए वार्ड को मच्छर रोधी बनाते हुये रोगियों का उपचार गाईड लाईन अनुसार किया जाएगा और मौसमी बीमारियों के बचाव हेतु आमजन को जागरूक करने के लिए आवश्यक आईईसी गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( स्वास्थ्य ) जयपुर प्रथम डॉ. इंद्रा गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान मच्छरों की रोकथाम के लिए स्थाई जल स्त्रोतो में गम्बुशिया मछली डाली जाएंगी तथा फील्ड सर्वे के दौरान पाये गये बुखार के रोगियों की अधिक से अधिक एक्टिव मलेरिया की स्लाईड ली जाएंगी। जिससे कि मलेरिया की प्रभावी रोकथाम की जा सके।