जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले के फलौदी में हुए भीषण सड़क हादसे और उसके कुछ ही घंटों बाद हुई एक अन्य दुर्घटना में हुई 19 मौतों ने प्रदेश की सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन हादसों पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए राजस्थान सरकार पर तीखा निशाना साधा है और सड़क सुरक्षा को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग की है। गहलोत ने कहा कि देशभर में हर साल औसतन डेढ़ लाख से अधिक जानें सड़क हादसों में जाती हैं, जिनमें अकेले राजस्थान में करीब दस हजार से अधिक मौतें होती हैं। उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि अधिकांश लोग वो भी जान गंवाते हैं जिनकी कोई गलती नहीं होती। पूर्व सीएम ने फलौदी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि 15 लोगों की मृत्यु के कुछ ही घंटे बाद एक अन्य सड़क दुर्घटना में 4 लोगों की मृत्यु हो गई। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि “राजस्थान में पिछले कुछ दिनों में अधिक जनहानि वाले हादसों की संख्या बढ़ी है।” यह दिखाता है कि सड़क सुरक्षा के प्रति प्रशासनिक लापरवाही अपने चरम पर है। गहलोत ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा केवल एक विभाग से जुड़ा विषय नहीं है, बल्कि पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट, पुलिस सहित कई विभाग इससे जुड़े हैं।
उन्होंने राज्य सरकार को सलाह देते हुए कहा कि इन सभी विभागों की एक विशेष जांच टीम (SIT) बनानी चाहिए, जिसका एकमात्र काम सड़क हादसों में कमी के लिए ही काम करना हो। पूर्व मुख्यमंत्री ने मांग की कि राजस्थान सरकार को सड़क सुरक्षा के संबंध में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इसके साथ ही, उन्होंने एक व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाने की जरूरत पर बल दिया, ताकि आमजन सड़क हादसों में कमी लाने के लिए गंभीर प्रयास करें। गहलोत का यह बयान राज्य की परिवहन व्यवस्था और प्रशासनिक सुस्ती पर एक बड़ा सवालिया निशान लगाता है।

राजस्थान में बढ़े बड़े हादसेः सरकार एसआईटी बनाकर जांच कराए और लापरवाही पर कार्रवाई होः अशोक गहलोत
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