सीकर। राजकीय विधि महाविद्यालय, सीकर में एबीआरएसएम राजस्थान उच्च शिक्षा के तत्वावधान में नवसंवत्सर पर व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संस्कृति, परंपरा एवं नववर्ष की नवीन ऊर्जा को आत्मसात करते हुए विद्यार्थियों में सांस्कृतिक चेतना का संचार करना था।एबीआरएसएम सीकर के विभाग सहसंयोजक एवं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रोहित बेरवाल ने अपने संबोधन में कहा कि नवसंवत्सर केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आत्मचिंतन, आत्मविकास और समाज सुधार का एक अवसर है। डॉ. हेमबरी ने सभी को नववर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह पर्व हमें आत्मनिरीक्षण के साथ-साथ नई ऊर्जा और उत्साह के साथ जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। धन्यवाद ज्ञापन कॉलेज प्राचार्य डॉ. दिलसुख थालोर द्वारा प्रस्तुत किया गया।उन्होंने छात्रों से भारतीय मूल्यों को अपनाने और सामाजिक योगदान देने की अपील की। कार्यक्रम का संचालन डॉ अमित बगड़िया ने किया। इस अवसर पर डॉ राम चरण मीना, सुभाष कुंतल, डॉ मुनेश कुमार, डॉ अजय विक्रम व अन्य संकाय सदस्यगण, कर्मचारी और महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।
नवसंवत्सर पर व्याख्यान कार्यक्रम का किया आयोजन
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