जयपुर। प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने शुक्रवार को रामगढ़ बांध के विभिन्न मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों का शिलान्यास किया। इस अवसर पर जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह भी बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। बजट घोषणा वर्ष 2024-25 के तहत 252.93 लाख रुपये के इन कार्यों को आगामी 12 माह मे पूर्ण किया जाना प्रस्तावित है। इस दौरान रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप प्रदेश सरकार ‘विकास के साथ विरासत के संरक्षण’ को केंद्र मे रखकर कार्य कर रही है। इसी क्रम में आज ऐतिहासिक रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास किया गया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की महत्वाकांक्षी रामजल सेतु लिंक परियोजना से रामगढ़ बांध में पानी लाया जाएगा, जिसके लिए बांध की मरम्मत व विभिन्न निर्माण कार्य पहले ही करवाए जा रहे हैं।
जल संसाधन मंत्री ने विभाग के अधिकारियों को इन कार्यों को निर्धारित समय सीमा मे एवं गुणवत्तापूर्ण रूप से पूरे करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार रामगढ़ बांध को पुनर्जीवित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी तथा इस विरासत की उपयोगिता एवं महत्व को देखते हुये सतत् निगरानी के साथ इसका संरक्षण भी करेगी।
रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री शर्मा के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार ने कुछ ही समय में रामजल सेतु लिंक परियोजना को धरातल पर उतार दिया है। परियोजना के प्रथम चरण के टेंडर किए जा चुके है एवं द्वितीय चरण के प्रक्रियाधीन हैं। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध रूप से इस परियोजना को पूरा किया जाएगा।
इससे पूर्व जयपुर ग्रामीण सांसद राव राजेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान लंबे अरसे से पानी की समुचित आपूर्ति के लिए संघर्ष कर रहा है। कई परियोजनाओं द्वारा इस समस्या के समाधान के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के प्रयासों से अब यह संभव हो रहा है। राजस्थान की विभिन्न जल परियोजनाएं राष्ट्रीय परियोजनाओं मे शामिल हुई हैं जिससे केंद्र सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त हो रही है।

रामगढ़ बांध के विभिन्न मरम्मत एवं सौंदर्यीकरण के कार्यों का शिलान्यास
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