कोटपुतली: धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती के उपलक्ष में कोटपुतली-बहरोड़ में जिला स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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जयपुर। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जन्म जयंती के उपलक्ष में ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को राजकीय सरदार उच्च माध्यमिक विद्यालय कोटपुतली के सभागार में राज्यमंत्री, राजस्व, उपनिवेशन एवं सैनिक कल्याण विभाग एवं जिला प्रभारी मंत्री श्री विजय सिंह चौधरी के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस दौरान कोटपुतली विधायक श्री हंसराज पटेल भी मौजूद रहे। गुजरात से राष्ट्र स्तरीय एवं डूंगरपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का वर्चुअल माध्यम से सीधा प्रसारण किया गया। प्रभारी मंत्री ने जनजाति नायकों को पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में देशभर में ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ का आयोजन किया जा रहा है। यह अवसर हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। आज हम बिरसा मुंडा जी के अद्वितीय योगदान, उनके संघर्षपूर्ण जीवन और जनजातीय समाज को संगठित करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को स्मरण कर रहे हैं। इस दिन का उद्देश्य जनजातीय नायकों, उनकी संस्कृति और विरासत का उत्सव मनाना है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ उनके बलिदानों और योगदानों के बारे में जान सकें। उन्होंने कहा कि भारत का जनजाति समाज अपनी परम्पराओं, संस्कृति और जीवन मूल्यों के साथ हमेशा से भारतीय सभ्यता का अभिन्न हिस्सा रहा है। अंग्रेजों के शासनकाल में भी सबसे सशक्त विरोध जनजाति क्षेत्रों से उठा था। जनजाति भाइयों-बहनों ने कभी भी अंग्रेजों की दासता को स्वीकार नहीं किया और समय-समय पर सशस्त्र विद्रोह कर स्वतंत्रता की लौ को प्रज्ज्वलित रखा। श्री सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्तर पर यह पखवाड़ा इसी गौरवशाली परम्परा को सम्मान देने का प्रयास है। बिरसा मुंडा जी ने स्वतंत्रता के लिए जन-जागरण का बिगुल बजाया। उनके नेतृत्व में प्रारंभ हुआ ‘उलगुलान’ आंदोलन आज भी संघर्ष और स्वाभिमान का प्रतीक माना जाता है। बिरसा मुंडा केवल झारखंड ही नहीं, बल्कि उड़ीसा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, राजस्थान सहित अनेक राज्यों के नायक हैं। उन्होंने स्वराज और स्वधर्म की रक्षा के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। आज हम उन्हें और सभी जनजाति नायकों को नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार ने जनजाति कल्याण के लिए अनेक निर्णय लिए है जैसे एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय, मां बाड़ी केंद्र संचालित किए ताकि जनजाति समाज का हर परिवार विकास की मुख्यधारा से जुड़े और आगे बढ़ सके।

विकास प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन—
इस दौरान अतिथियों ने सभागार में लगाई जनजाति नायकों की जीवनी और सरकार द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे विकास कार्यों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया. प्रदर्शनी में राजीविका के उत्पाद, कृषि विभाग एवं चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से संबंधित स्टॉल्स लगाए गए, जिन्हें जनसमूह एवं विद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक देखा। सरकार के विकास कार्यों एवं उपलब्धियों का भी व्यापक प्रदर्शन किया गया। साथ ही एनसीसी, स्काउट एवं विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा निकाली गई जनजाति गौरव शोभा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया। इस दौरान विद्यार्थियों ने जनजाति थीम पर विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। प्रभारी मंत्री ने इस दौरान प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत संतरा देवी को 2 लाख की राशि का चेक एवं पीएम स्वनिधी योजना के तहत अंबिका और पाचुराम को भी चेक प्रदान किए। इस दौरान जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

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