कोटा। कलक्टर पीयूष समारिया की अध्यक्षता में सोमवार को अन्तर्विभागीय समन्वय एवं विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। आगामी दिनों में आयोजित होने वाले त्योहारों और जुलूसों को देखते हुए कलक्टर ने नगर निगम को मार्गों की सफाई, झूलते तारों को व्यवस्थित करने, गड्ढों की मरम्मत तथा जीर्ण-शीर्ण इमारतों की पहचान कर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग युद्ध स्तर पर तैयारियां सुनिश्चित करें।
पेयजल व स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था- बैठक में कलक्टर पीयूष समारिया ने निर्देश दिए कि जुलूस मार्गों पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो। साथ ही चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि मेडिकल टीम हर स्थान पर उपलब्ध रहे। अनंत चतुर्दशी के अवसर पर प्रत्येक अखाड़े को मेडिकल किट उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए गए। मौसमी बीमारियों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र नागर को निर्देश दिए गए कि हाउस टू हाउस सर्वे की रफ्तार बढ़ाई जाए। घनी आबादी और हॉस्टल क्षेत्रों पर विशेष फोकस कर डेंगू जैसी बीमारियों की रोकथाम की जाए। जिन घरों या कार्यालयों में लार्वा मिले, वहां संबंधित जिम्मेदार पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
विभागीय योजनाओं व बजट घोषणाओं की समीक्षा- बैठक में सांसद व विधायक निधि से प्रस्तावित कार्यों पर चर्चा करते हुए कलक्टर पीयूष समारिया ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर गुणवत्तापूर्ण कार्य करवाए जाएं ताकि जनता को अधिकतम लाभ मिल सके। बजट घोषणाओं की प्रगति की भी समीक्षा की गई तथा एसडीआरएफ के तहत प्रस्तावित कार्यों की गति तेज करने और समयबद्ध तैयारी पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। विशेष रूप से शिक्षा विभाग, पीडब्ल्यूडी और पंचायतीराज विभाग को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए।
शिकायतों के निवारण पर जोर- कलक्टर ने ‘संपर्क पोर्टल’ पर प्राप्त शिकायतों की विभागवार समीक्षा करते हुए सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रतिदिन कम से कम आधा घंटा संपर्क की शिकायतों को दें। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण हो तथा परिवादी समाधान से संतुष्ट रहे।
नशीली दवाओं पर रोकथाम के निर्देश- सोमवार को एनसीओआरडी की बैठक भी आयोजित हुई। इसमें कलक्टर पीयूष समारिया ने पुलिस विभाग, समाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम को निर्देश दिए कि कोचिंग क्षेत्रों में विशेष गतिविधियाँ संचालित कर युवाओं को नशे से बचाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं और प्रतिबंधित औषधियों की अनाधिकृत बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने नशा मुक्ति केंद्रों का निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए।
जनजागरूकता पर बल- कलक्टर ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में सोशल मीडिया एवं अन्य मीडिया माध्यमों का उपयोग कर आमजन को जागरूक किया जाए और समाज में नशा विरोधी वातावरण तैयार किया जाए। बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर अनिल सिंघल, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन मुकेश चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर सीलिंग कृष्णा शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र नागर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

कोटा : त्यौहारों की तैयारियों व विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक
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