थप्पड़ कांड प्रकरण में गिरफ्तार लोगों से मिलने जेल पहुंचे किरोडीलाल मीणा

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टोंक। देवली-उनियारा उप-चुनाव के दिन ग्राम समरावता में घटित घटना में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा सहित अन्य लोगों से मिलने बुधवार को कृषि मंत्री किरोडी लाल मीणा कारागृह टोंक पहुंचे। इस मौके पर उन्होने कहा कि समरावता गांव की घटना दुखद है, इस मामले में राज्य सरकार पूरी तरह से संवेदनशील है, साथ ही किसी भी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घटना में ग्रामीणों का जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई राज्य सरकार द्वारा की जाएगी। वहीं कृषि मंत्री ने मीणा ने समरावता मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट सहित अन्य विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी मामले में जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि वह सडक़ पर तो आए नहीं सिर्फ बैठे-बैठे बयानबाजी करके अपना विपक्ष का धर्म निभा रहे है। राज्य के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बुधवार को टोंक जिला कारागृह में बन्द समरावता गांव के बंदियों से टोंक पहुंचकर जेल में मुलाकात की, जहां निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा सहित अन्य बंदियों से मिलने के बाद मीडिया से रूबरू होकर कहा कि सबने जेल प्रशासन की प्रशंसा की है, चाहे खान-पान की हो या रहने की। मंत्री मीणा ने कहा किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए, साथ ही कोई भी हो किसी निर्दोष को झूंठे मुकदमों में नहीं फंसाया जाए। कृषि मंत्री मीणा ने कहा कि अब तक जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उनको अदालत से जमानत के जरिए छुड़वाने का प्रयास किया जाएगा, साथ ही प्रशासन की तरफ से अब किसी को अनावश्यक परेशान नहीं किया जाएगा। वहीं उन्होंने जिले की देवली-उनियारा विधानसभा के उप-चुनाव में मतदान के दिन निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की तरफ से एरिया मजिस्ट्रेट एस. डी. एम. मालपुरा अमित चौधरी के थप्पड़ जडऩे की घटना के बाद हुए उपद्रव मामले में कहा कि रात को हुई कार्यवाही जल्दबाजी में हुई है। उन्होने कहा कि समरावता कांड की जांच संभागीय आयुक्त द्वारा करवाई जा रही है। उन्होने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के न्यायिक जांच करवाने के लिए दिए बयान मामले में पिछली कांग्रेस सरकार को कृषि मंत्री किरोड़ी लाल ने कोसा। जिन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस की सरकार में भी कई कांड हुए थे, मेरी गाड़ी को भी तोड़ा गया था, लेकिन न तो कोई मुआवजा मिला, न ही कोई जांच हुई, गहलोत की सरकार में भी न्यायिक जांचे हुई, लेकिन सब दफन हो गई। किरोड़ी लाल मीणा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यदि वह चाहते है तो न्यायिक जांच भी करा लेंगे।

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