जयपुर: राजस्थान की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब भाजपा नेत्री जूली ने राज्य सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार वसुंधरा राजे समर्थक विधायकों की जासूसी करवा रही है। उन्होंने इसे लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कहा कि सरकार डर के माहौल में काम कर रही है और विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। जूली ने मीडिया से बातचीत में कहा, “राज्य सरकार को यह भय है कि भाजपा के भीतर वसुंधरा जी के प्रति जो समर्थन बढ़ रहा है, वह उनकी सत्ता के लिए खतरा बन सकता है। इसी कारण सरकार इन विधायकों की गतिविधियों पर नजर रखवाने में लगी है।” उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है जब सरकार राजनीतिक डर से प्रेरित होकर निगरानी करवा रही है। इससे पहले भी सरकार पर पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर नजर रखने के आरोप लग चुके हैं। जूली ने इसे “राजनीतिक आतंक” करार देते हुए कहा कि यह लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। जूली के इस बयान के बाद भाजपा खेमे में नाराजगी का माहौल है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि यह गतिविधियां बंद नहीं हुईं, तो वे सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि राज्य सरकार इस मामले में स्पष्टीकरण दे और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करे। सरकार की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि यह आरोप राजनीतिक स्टंट है और इसका उद्देश्य जनता का ध्यान भटकाना है।

जूली का गंभीर आरोप: सरकार वसुंधरा समर्थक विधायकों की करवा रही जासूसी
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