जोधपुर। राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर जोधपुर में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए ‘द फ्लोरा फाउंटेन का भव्य शुभारंभ किया गया। इस नवाचार का नेतृत्व पर्यावरणविद प्रोफेसर सुधा समरवार और उनकी टीम ने किया है, जिनके अथक प्रयासों से यह अनूठा हर्बल पार्क अस्तित्व में आया। द फ्लोरा फाउंटेन औषधीय पौधों के संरक्षण, संवर्धन और जागरूकता बढ़ाने की दृष्टि से तैयार किया गया है। यह पार्क संजीवनी बूटी जैसी पौराणिक और अब विलुप्त हो रही औषधीय प्रजातियों को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा। शुभारंभ समारोह में आईजी सुरक्षा डॉ. विष्णुकांत, जोधपुर पुलिस कमिश्नर ओमप्रकाश पासवान और आईआईटी जोधपुर के निदेशक डॉ. अविनाश कुमार सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। इस मौके पर काजरी के पूर्व निदेशक डॉ. ओ.पी. यादव, डीपीएस स्कूल के निदेशक बी.एस. यादव, और आरपीटीसी के डीआईजी हरेंद्र महावर ने सभी मेहमानों का स्वागत किया। एडिशनल एसपी हरफूल सिंह और नरपत सिंह जेतावत भी मौजूद रहे। पुलिस प्रशासन, आईआईटी जोधपुर, वन विभाग, काजरी, आफरी और आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कई वरिष्ठ अधिकारी भी इस ऐतिहासिक क्षण के सा बने।प्रोफेसर सुधा समरवार ने बताया कि यह पार्क न केवल औषधीय पौधों का संग्रहालय है, बल्कि यह एक ज्ञान का केंद्र भी है जहाँ लोग पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धति के महत्व को समझ सकते हैं और उसका लाभ उठा सकते हैं।यहां विभिन्न रोगों के उपचार में उपयोग किए जाने वाले पौधे उगाए जा रहे हैं, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के साथ-साथ किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज और पौधे उपलब्ध कराने में भी सहायक होंगे। द फ्लोरा फाउंटेन को देश में पारंपरिक औषधीय ज्ञान और जैव विविधता के संरक्षण का एक आदर्श मॉडल माना जा रहा है।

जोधपुर: राजस्थान पुलिस ट्रेनिंग सेंटर : द फ्लोरा फाउंटेन का शुभारंभ
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