जोधपुर : संरक्षा एवं सुरक्षा में उत्कृष्ट कार्य के लिए चार लोको पायलट सम्मानित

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जोधपुर। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल में संरक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने वाले चार रनिंग स्टाफ को मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित कर्मचारियों में दो लोको पायलट एवं दो सहायक लोको पायलट शामिल हैं, जिन्होंने सजगता और तत्परता का परिचय देते हुए संभावित दुर्घटनाओं और गाड़ियों में विलंब की स्थिति को टाल दिया। डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 4 जून 2025 को ट्रेन संख्या 14661 (जोधपुर–जयपुर) के लोको की जांच के दौरान पायी गयी समस्या को पीसीआर को सूचना देकर सांभर स्टेशन पर रिलीफ इंजन की व्यवस्था करवाई गई। उनकी सजगता से एक सवारी गाड़ी की संभावित तकनीकी विफलता को बचाया गया और यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाया गया। इसी प्रकार, दिनांक 28 जून को ट्रेन संख्या 20481 में लोको पायलट शंभूलाल मीणा एवं सहायक लोको पायलट कैलाश चौधरी ने अप लाइन पर ट्रैक पर अवरोध देखा। उन्होंने तुरंत ट्रेन को रोका नियमानुसार कार्यवाही करते हुए संबंधित विभागों को सूचना दी। इस सतर्कता के चलते अन्य ट्रेन को समय रहते स्टेशन पर रोका गया और एक संभावित विलम्ब को टाल दिया गया। मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने इन कर्मचारियों के दायित्वबोध, सतर्कता एवं उच्च कार्य नैतिकता की सराहना की तथा कहा कि ऐसे कर्मचारी रेलवे की सुरक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं और अन्य स्टाफ के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय मनोहर सिंह और वरिष्ठ मंडल इंजीनियर यांत्रिक जोगेंद्र मीणा मौजूद रहे उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल में संरक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में सराहनीय योगदान देने वाले चार रनिंग स्टाफ को मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। सम्मानित कर्मचारियों में दो लोको पायलट एवं दो सहायक लोको पायलट शामिल हैं, जिन्होंने सजगता और तत्परता का परिचय देते हुए संभावित दुर्घटनाओं और गाड़ियों में विलंब की स्थिति को टाल दिया। डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि दिनांक 4 जून 2025 को ट्रेन संख्या 14661 (जोधपुर–जयपुर) के लोको की जांच के दौरान पायी गयी समस्या को पीसीआर को सूचना देकर सांभर स्टेशन पर रिलीफ इंजन की व्यवस्था करवाई गई। उनकी सजगता से एक सवारी गाड़ी की संभावित तकनीकी विफलता को बचाया गया और यात्रियों को होने वाली असुविधा से बचाया गया। इसी प्रकार, दिनांक 28 जून को ट्रेन संख्या 20481 में लोको पायलट शंभूलाल मीणा एवं सहायक लोको पायलट कैलाश चौधरी ने अप लाइन पर ट्रैक पर अवरोध देखा। उन्होंने तुरंत ट्रेन को रोका नियमानुसार कार्यवाही करते हुए संबंधित विभागों को सूचना दी। इस सतर्कता के चलते अन्य ट्रेन को समय रहते स्टेशन पर रोका गया और एक संभावित विलम्ब को टाल दिया गया। मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने इन कर्मचारियों के दायित्वबोध, सतर्कता एवं उच्च कार्य नैतिकता की सराहना की तथा कहा कि ऐसे कर्मचारी रेलवे की सुरक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं और अन्य स्टाफ के लिए प्रेरणास्रोत हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय मनोहर सिंह और वरिष्ठ मंडल इंजीनियर यांत्रिक जोगेंद्र मीणा मौजूद रहे।

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