जोधपुर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार ‘वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियानÓ के अंतर्गत उप क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र, जोधपुर में एक दिवसीय पर्यावरण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन क्षेत्रीय कार्यालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, जोधपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षारोपण के साथ हुई, जिसमें विज्ञान केंद्र परिसर में 100 पौधे लगाए गए। इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के प्रति सकारात्मक संदेश देना और हरित परिवेश को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने जल संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, जल जीवन का आधार है, किंतु आज जल संकट गंभीर रूप लेता जा रहा है। इससे निपटने के लिए समाज में व्यापक जन-जागरूकता की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में पर्यावरणविद् डॉ. पी. एस. जाखड़ ने जल, जंगल और जमीन के महत्व पर व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि यह तीनों मानव सभ्यता की मूलभूत आवश्यकताएं हैं और इनके संरक्षण के बिना जीवन असंभव है। वरिष्ठ वक्ता आईदान राम चौधरी ने अपने संबोधन में कहा, मनुष्य और प्रकृति का संबंध अनादिकाल से रहा है, और प्रकृति की रक्षा करना हमारा नैतिक दायित्व है। इस अवसर पर विद्यार्थियों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें लगभग 50 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता में आईदान राम चौधरी एवं डॉ. पूनम सिंह जाखड़ ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई।
प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को इस प्रकार मिले पुरस्कार:
* प्रथम पुरस्कार (?1000, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न): अंकित कुमार बृजवाल, कक्षा 9, ए.सी. एकेडमी
* द्वितीय पुरस्कार (?800, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न): प्रवीण वैष्णव, कक्षा 10, सरस्वती बल भारती, चांदणा भाकर
* तृतीय पुरस्कार (?600, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्न): भारती प्रजापत, कक्षा 11, सरस्वती बाल वीणा भारती, सूरसागर
कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों एवं आमजन में पर्यावरण के प्रति चेतना जागृत करना तथा गंगा जल संरक्षण को जन आंदोलन का स्वरूप प्रदान करना था। इस अवसर पर केंद्र प्रभारी डॉ. सुशील कुमार दाधीच सहित प्रीतम सिंह गौड़, केसा राम, जिनेन्द्र कुमार, गरिमा भट्ट, सुनील सुथार, कैलाश नाथ, विमल किशोर भाटी, महेन्द्र माथुर, आभा राघव, प्रियंका, मधुमिता सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।



