जोधपुर। लोक देवता बाबा रामदेव के 639वें भादवा मेले की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए जोधपुर जिला कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक बाबा रामदेव मंदिर मसूरिया में आयोजित होने वाले इस अंतरप्रांतीय मेले की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के लिए बुलाई गई थी, जिसमें अनुमानित 25 से 30 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। श्री रामदेव जी के गुरु श्री बालीनाथजी समाधी स्थल मसूरिया के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी रंजन दईया ने बताया कि बैठक में जिला कलेक्टर ने मेले के दौरान सुरक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य सेवाओं, और यातायात व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी की जाएं। विशेष रूप से, चोरी और लूट-खसोट जैसी घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने पर जोर दिया गया। बैठक में पुलिस अधीक्षक,जोधपुर सीएमएचओ,रेलवे अधिकारी,जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अधिकारी,श्री रामदेव जी के गुरु श्री बालीनाथजी समाधी स्थल मसूरिया के अध्यक्ष नरेंद्र चौहान,सचिन नरेंद्र गोयल,उपाध्यक्ष शिव प्रसाद दईया,दिनेश गोयल,कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम राखेचा एवं अन्य सदस्य और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेले के लिए पर्याप्त जाप्ता लगाया जाएगा । जिला कलेक्टर ने सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, ताकि मेले के दौरान स्वच्छ वातावरण बना रहे। साथ ही, सड़क, बिजली, पानी, और छाया की व्यवस्था को भी प्राथमिकता दी गई। मेला मैदान में व्यापारियों की दुकानों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी सुविधाओं को स्थापित करने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो चुका है। श्री रामदेव जी के गुरु श्री बालीनाथजी समाधी स्थल मसूरिया के प्रतिनिधियों ने भी अपने सुझाव साझा किए और मेले को भव्य और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। यह मेला 23 सितंबर से विधिवत शुरू होगा, और इसके लिए जोधपुर से रामदेवरा तक विशेष ट्रेनों का संचालन भी सुनिश्चित किया गया है। जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेले के दौरान प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में नजदीकी पुलिस या प्रशासनिक केंद्र से संपर्क करें। यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी उत्सव है ।

जोधपुर : बाबा रामदेव मेले की तैयारियों को लेकर जिला कलेक्टर ने की उच्च स्तरीय बैठक
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