आतंकी हमलों का नया गढ़ बनता जा रहा है जम्मू! एक महीने में हुईं 7 घटनाएं

ram

पिछले एक महीने में जम्मू कई आतंकी हमलों का केंद्र रहा है। जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के एक वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक अधिकारी और तीन जवान शहीद हो गए। जिन स्थानों पर आतंकवाद शांत हो गया था वहां फिर से आतंकवाद लौटने की वजह से चिंताएं बढ़ने लगी हैं। नई चुनौतियों से निपटने के लिए इन क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ाई जा रही है। सुरक्षा बलों को कथित तौर पर जम्मू क्षेत्र में 50 से अधिक विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी का संदेह है।
रियासी हमले से लेकर डोडा मुठभेड़ तक, पिछले एक महीने में जम्मू में लगभग सात आतंकवादी घटनाएं हुईं, जिनमें कई नागरिकों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी मारे गए। सोमवार की डोडा मुठभेड़ कठुआ में सेना के वाहन पर हमले के कुछ दिनों बाद हुई है।

जम्मू में हुई आतंकी घटनाओं पर एक नजर: रियासी हमला इसकी शुरूआत तब हुई थी जब 9 जून को रियासी जिले में एक यात्री बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी और 41 घायल हो गए थे। बस तीर्थयात्रियों को शिव खोरी मंदिर से कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर ले जा रही थी। यह घटना पोनी क्षेत्र के टेरयाथ गांव के पास हुई और गोलीबारी के बाद बस गहरी खाई में गिर गई।

दोहरे हमले
11 जून को डोडा जिले के छत्तरगल्ला में एक संयुक्त जांच चौकी पर आतंकवादियों के हमले में छह सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इसके एक दिन बाद 12 जून को कोटा टॉप के गंदोह इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
डोडा मुठभेड़
26 जून को डोडा जिले के एक वन क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के तीन आतंकवादियों को मार गिराया था। दोहरे आतंकवादी हमलों के बाद सुरक्षा बलों के तलाशी और घेराबंदी अभियान के बीच गंदोह इलाके के बजाद गांव में गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ में एक पुलिस कांस्टेबल घायल हो गया। सुरक्षा बलों ने दो अमेरिकी एम4 कार्बाइन समेत भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक बरामद किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *