जयपुर। शिक्षकों की इच्छा शक्ति हो और यदि भामाशाहों का सहयोग मिले तो शिक्षा के मंदिरों की तस्वीर बदल सकती है। इसका जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया है, कोटा जिले के रानपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में। वर्षों से समस्याओं और अभावों से जूझते इस विद्यालय में अब पर्याप्त सुसज्जित भवन और सुविधाएं उपलब्ध है। यह काया पलट हो सकी शिक्षकों की इच्छाशक्ति, समर्पण और भामाशाहों के सहयोग से। रानपुर उच्च माध्यमिक विद्यालय में मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना में 75 लाख रुपए लागत से चार कक्षा-कक्षों और बरामदे का निर्माण भामाशाह शिव समूह द्वारा स्व. मुरलीधर साबू की स्मृति में कराया गया जिसका उद्घाटन गुरुवार को शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने किया। समारोह में शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा का परिदृश्य अब बदल चुका है। अब वह समय गया , जब निजी विद्यालय बाजी मारते थे। अब सरकारी विद्यालय अग्रणी रहते हैं। उन्होंने कहा कि एक सर्वे के अनुसार देश में राजस्थान शिक्षा में तीसरे स्थान पर है। हमारा प्रयास रहेगा कि राजस्थान सबसे आगे रहे।
जयपुर: शिक्षकों की इच्छा शक्ति को भामाशाह का साथ मिला तो बदल गई विद्यालय की सूरत, मुख्यमंत्री जन सहभागिता योजना बनी कोटा में प्रेरणा
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