जयपुर। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’ के मूलमंत्र से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा द्वारा प्रारम्भ किए गए शहरी सेवा शिविर-2025 जनसेवा का पर्याय बन रहे हैं। 17 सितम्बर से प्रारम्भ हुए इन शिविरों में अब तक हजारों की संख्या में आमजन के प्रकरणों का निस्तारण कर त्वरित राहत पहुंचाई गई है।प्रदेशभर में 17 सितम्बर से 17 अक्टूबर तक संचालित होने वाले ये शिविर जनता की उम्मीदों को हक़ीक़त में बदल रहे हैं। आमजन के लंबित प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित करते हुए वन स्टॉप समाधान के रूप में कार्य कर रहे हैं। किसी भी व्यक्ति को अधिकृत सेवा और सुविधा के लिए इंतज़ार न करना पड़े, यह इन शिविरों के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा है।
3 हजार 656 पट्टों का हुआ वितरण-
मुख्यमंत्री श्री शर्मा के सतत् पर्यवेक्षण के फलस्वरूप इन शिविरों में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। अद्यतन प्रगति रिपोर्ट (सोमवार तक) के अनुसार इन शिविरों के माध्यम से विभिन्न श्रेणियों के कुल 3 हजार 656 पट्टों का वितरण किया जा चुका है। इनमें धारा 69-ए के अन्तर्गत 290 परिवारों को पट्टे का वितरण तथा 237 अपंजीकृत पट्टों को पुनर्वैध कर उनका पंजीकरण किया गया है। कृषि भूमि पर बसी स्वीकृत योजनाओं में 2 हजार 121 लोगों के पट्टे स्वीकृत किए गए है। वहीं, निकाय, न्यास एवं प्राधिकरण की स्वयं की योजनाओं के अन्तर्गत 552 पट्टे जारी किए गए हैं। पूर्व में जारी पट्टों के समर्पण के बाद 63 नए पट्टे पुनः जारी किए गए और 203 प्रकरणों को लीज होल्ड से फ्री होल्ड में परिवर्तित किया गया। साथ ही, 42 पट्टे स्टेट ग्रांट के तहत स्वीकृत हुए हैं। इन शिविरों के माध्यम से कच्ची बस्ती नियमन के तहत 148 बस्तियों को कानूनी पहचान प्रदान भी की गई।
जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन के 17 हजार 593 प्रकरणों का निस्तारण-
यह अभियान केवल पट्टा वितरण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि नगरीय निकायों को स्वच्छ, सुगम और हरित बनाने की दिशा में अहम साबित हो रहा है। अब तक रहवासी क्षेत्रों में 16,525.5 किलोमीटर सड़कों और वाणिज्यिक क्षेत्रों में 12,023.15 किलोमीटर सड़कों की सफाई की गई है। सीवर कनेक्शन के 2 हजार 287 प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं, वहीं जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन से जुड़े 17 हजार 593 प्रकरणों का निस्तारण भी हुआ है।
पीएम स्वनिधि के 358 और सीएम स्वनिधि योजना के 744 प्रकरण स्वीकृत-
इन शिविरों में विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों को सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के 358 और मुख्यमंत्री स्वनिधि योजना के 744 प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। साथ ही 19,797.85 मीटर क्षेत्र में नाला-नाली मरम्मत कार्य करवाए गए हैं। स्वच्छ और हरित नगरीय जीवन की ओर कदम बढ़ाते हुए अभियान के दौरान 11 हजार 661 पौधें भी लगाए गए हैैं।
प्रधानमंत्री से प्रेरित होकर मुख्यमंत्री नेे की
सामाजिक सरोकार केंद्रित अभियानों की पहल-
प्रधानमंत्री श्री मोदी के सामाजिक सरोकारों से प्रेरणा लेते हुए मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने प्रदेश में सामाजिक उत्थान और जनोपयोगी कार्यों की मुहिम चलाई है। श्री शर्मा के नेतृत्व में मिशन हरियालो राजस्थान, वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान, कर्मभूमि से मातृभूमि, पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय संबल पखवाड़ा जैसे नवाचार किए, जिसमें गांव-ढाणी से लेकर कस्बों तक सुविधाओं और सेवाओं का विस्तार होने के साथ ही सुदृढ़ीकरण भी हुआ। अंत्योदय की संकल्पना को तेजी से धरातल पर साकार करने में इन नवाचारों ने अहम भूमिका निभाई है।



