जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य की भजनलाल सरकार पर किसानों के हक का मुआवजा अटकाने का गंभीर आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा है कि अलग-अलग जिलों के किसानों ने उन्हें अवगत करवाया है कि लगातार तीन वर्षों – 2022 (संवत 2079), 2023 (संवत 2080) और 2024 (संवत 2081) – के खरीफ फसल खराबे का मुआवजा अभी तक सभी प्रभावित किसानों को नहीं मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि यह विसंगति कई जिलों में है। उन्होंने पिछले साल दिसंबर की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने जोधपुर के किसान प्रतिनिधि मंडल का ज्ञापन मिलने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को 2023 के मुआवजे के लिए पत्र लिखा था, लेकिन उन किसानों को भी मुआवजा अभी तक नहीं मिला है। भरतपुर जिले से मिले आंकड़ों को साझा करते हुए गहलोत ने बताया कि 2022 के फसल खराबे का मुआवजा केवल लगभग 17,000 किसानों को ही मिला है, जबकि करीब 19,000 किसान आज भी अपने मुआवजे के इंतजार में हैं। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2024 के फसल मुआवजे के वितरण की प्रक्रिया भी अभी तक शुरू नहीं हुई है। गहलोत ने कहा कि इन परिस्थितियों के कारण अब किसानों में गहरा आक्रोश है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से अविलंब इस मामले का गहन रिव्यू करने की मांग की है। गहलोत ने कहा, “मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अविलंब इसका रिव्यू करना चाहिए कि किसानों के हक का मुआवजा कहां अटका हुआ है। किसानों की राहत जल्द से जल्द उनके पास पहुंचनी चाहिए।” पूर्व मुख्यमंत्री के इन आरोपों ने राज्य सरकार पर तीन वर्षों से लंबित किसान मुआवजे के भुगतान को लेकर बड़ा दबाव बना दिया है।

जयपुर: किसान मुआवजे पर अशोक गहलोत ने कहा –तीन साल के फसल खराबे का मुआवजा नहीं मिलने से किसानों में है आक्रोश
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