जयपुर। राज्य सरकार द्वारा 2 से 15 अक्टूबर तक आयोजित किया जा रहा ‘सहकार सदस्यता अभियान’ महिलाओं की आत्मनिर्भरता और सशक्तीकरण की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। ग्रामीण महिलाओं में सहकारी समितियों की सदस्यता को लेकर खास उत्साह देखने को मिल रहा है और वे आत्मनिर्भर बनने तथा परिवार व समाज की उन्नति में योगदान देने के लिए समितियों की सदस्यता ग्रहण कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि अभियान के अंतर्गत युवाओं और महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में सहकारी समितियों से जोड़ने के विशेष रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। महिलाओं के लिए विशेष शिविरों का आयोजन कर उन्हें सहकारिता से जुड़ने के फायदे बताए जा रहे हैं तथा सदस्यता के लिए आवेदन पत्र भरवाए जा रहे हैं। पैक्सविहीन ग्राम पंचायतों में नवीन पैक्स के गठन की प्रक्रिया के अंतर्गत जगह-जगह महिला पैक्स का गठन भी किया जा रहा है। सहकारी समितियों की सदस्य बनकर सक्रिय भूमिका निभाने से महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और वे समाज व परिवार में अपने निर्णय स्वयं ले पाती हैं। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त हो रही ‘सफलता की कहानियां’ महिला सशक्तीकरण की झलक प्रदर्शित कर रही हैं।
कोटा : आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाया कदम
कोटा जिले की देवली ग्राम सेवा सहकारी समिति में सहकार सदस्यता अभियान का शिविर महिला सशक्तीकरण की दृष्टि से खास रहा। शिविर में 100 से अधिक महिलाओं ने उपस्थित होकर सहकारिता विभाग एवं सहकारी बैंक से जुड़ी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की। शिविर में मौजूद कार्मिकों ने उन्हें सहकारी समितियों से जुड़ने के फायदों के बारे में विस्तार से बताया। उपस्थित महिलाओं में योजनाओं से जुड़ने के लिए उत्साह नजर आया, जिसके चलते शिविर में ही 32 महिलाओं को सहकारी समिति का सदस्य बनाया गया। समिति के माध्यम से पूर्व में राजीविका से जुड़ी महिलाओं को राजस्थान सहकारी गोपाल क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया गया है। साथ ही, बैंक की कनवास शाखा द्वारा 193 महिलाओं को ग्रामीण आजीविका ऋण योजना के अंतर्गत 1.50 करोड़ रुपये का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया गया है। इससे प्रेरित होकर महिलाओं में सहकारी समितियों का सदस्य बनने के प्रति रुचि नजर आई। सहकारिता से जुड़ना इन महिलाओं के लिए सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता की ओर एक सकारात्मक कदम है।
उदयपुर : परिवार व समाज की उन्नति में देंगी योगदान
उदयपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक द्वारा महाशक्ति राजीविका महिला सीएलजी के सहयोग से भीम ग्राम पंचायत में सहकार सदस्यता अभियान के एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। महिलाओं के लिए विशेष रूप से आयोजित इस शिविर में बड़ी संख्या में भागीदारी कर महिलाओं ने अपने सुनहरे भविष्य की ओर कदम बढ़ाया। करीब 150 महिलाओं ने शिविर में पहुंचकर सहकारिता विभाग की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की और 41 महिलाओं ने समिति की सदस्यता के लिए आवेदन किया। समिति की सदस्यता के लिए आवेदन के बाद महिलाएं उत्साह से उत्साह से लबरेज नजर आई। उन्होंने शिविर आयोजन के लिए राज्य सरकार और सहकारिता विभाग का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि शिविर के माध्यम से उन्हें सहकारिता से जुड़ने के लाभों के बारे में जानकारी प्राप्त हो सकी। अब वे भी सहकारी समिति से जुड़कर आर्थिक सशक्तीकरण की ओर कदम बढ़ाएंगी और अपने परिवार व समाज की उन्नति में योगदान देंगी।
डूंगरपुर : कौशल विकास से खुलेंगे प्रगति के द्वार
सहकार सदस्यता अभियान के अंतर्गत डूंगरपुर केन्द्रीय सहकारी बैंक द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। महिलाओं को नया कौशल सिखाने के साथ ही मौजूदा कौशल को निखारकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना इस कार्यक्रम का उद्देश्य था, जिसमें उन्हें योजनाओं की जानकारी देकर ऋण योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत महिला उत्थान के लिए सीखने के वातावरण का निर्माण, व्यवसाय प्रारम्भ करने के लिए वित्त प्राप्ति और वित्त प्रबंधन आदि की विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान प्रशिक्षक द्वारा महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, ब्यूटी पार्लर संचालन आदि का प्रशिक्षण देकर स्वयं का व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित किया गया। नाबार्ड के अधिकारी ने महिलाओं को नाबार्ड द्वारा प्रायोजित योजनाओं की जानकारी दी। जबकि, सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने उन्हें सहकारी समितियों से जुड़कर सहकारिता विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए प्रोत्साहित किया।