आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि आगामी परिसीमन की प्रक्रिया के कारण किसी भी राज्य का संसद में प्रतिनिधित्व खत्म न हो। शनिवार को प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में रेड्डी ने इस मुद्दे की गंभीरता को रेखांकित करते हुए चेतावनी दी कि किसी राज्य के लिए लोकसभा या राज्यसभा सीटों की संख्या में कोई भी कमी देश के सामाजिक और राजनीतिक सौहार्द को बिगाड़ सकती है।
विपक्षी नेता ने परिसीमन प्रक्रिया को इस तरह से संचालित करने के महत्व पर प्रकाश डाला कि संसद के दोनों सदनों में राज्यों का मौजूदा आनुपातिक प्रतिनिधित्व बना रहे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संसदीय सीटों के आवंटन में कोई भी बदलाव राज्यों के बीच असमानता पैदा कर सकता है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर उनके राजनीतिक प्रभाव पर असर पड़ सकता है। रेड्डी ने अपने पत्र में कहा, “परिसीमन की प्रक्रिया इस तरह से संचालित की जानी चाहिए कि किसी भी राज्य को सदन की कुल सीटों की संख्या के संदर्भ में लोकसभा या राज्यसभा में अपने प्रतिनिधित्व में कोई कमी न झेलनी पड़े।”