भारत में हमेशा से ही वक्फ की अवधारणा को लेकर चर्चा होती रही है। आमतौर पर इसे लेकर कानूनी लड़ाई, भ्रम और विवाद की स्थिति भी बनी रहती है। मोदी सरकार ने इस वर्ष ही वक्फ संशोधन विधेयक-2024 को पेश किया, जिसके बाद इस पर फिर से गंभीर बहस की शुरुआत हो गई है। अगस्त 2024 को वक्फ संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया था। इस संशोधन का उद्देश्य है कि वक्फ बोर्ड के काम को सुव्यवस्थित किया जाए। वहीं वक्फ की संपत्तियों का कुशल प्रबंधन भी हो सके। मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में ही वक्फ अधिनियम में भाजपा के प्रस्तावित संधोशन पेश किए हैं, जिन पर जमकर विवाद होने लगा है। इन संशोधनों के कारण ही वक्फ की संपत्तियों के दुरुपयोग किए जाने और सीमा को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे है। जानते हैं कि वक्फ क्या है? इसका किस तरह से दुरुपयोग हो रहा है और भाजपा द्वापा पेश सुधार से कैसे बदलाव हो सकता है?

क्या ये है सही समय जब ‘वक्फ’ में होना चाहिए बदलाव? सरकार को लोगों ने भेजे लाखों ईमेल
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