कोटा। अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों की बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिला कलक्टर ने नगर निगम को निर्देश दिए कि शहर में आवारा पशुओं की समस्या के समाधान के लिए शीघ्र मोबाइल ऐप विकसित किया जाए, जिससे आमजन अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें और उन पर त्वरित कार्रवाई हो सके। उन्होंने नगर निगम, केडीए और गैस अथॉरिटी को निर्देश दिए कि सड़कों की खुदाई से संबंधित कार्यों को मैप पर चिन्हित कर प्रस्तुत किया जाए, ताकि आमजन को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
गर्मी को देखते हुए कलक्टर डॉ. गोस्वामी ने मेडिकल कॉलेज में विशेष वार्ड तैयार करने तथा पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग को नए शैक्षणिक सत्र के प्रारंभ में विद्यालयों की प्रार्थना सभा में साप्ताहिक रूप से डेंगू, लू, ताप-घात एवं अन्य संक्रामक रोगों से बचाव के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने के लिए कहा। साथ ही, गंभीर बीमारियों से ग्रसित विद्यार्थियों के नियमित उपचार की निगरानी करने के निर्देश भी दिए।
कलक्टर ने कृषि एवं पशुपालन विभाग को विभागीय कार्यों और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिए। बिजली विभाग को पीएम सूर्यघर योजना के सुचारू संचालन और बिजली संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए शिकायतों के रिस्पांस टाइम की नियमित मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे ऑनलाइन पोर्टल पर अपने विभागीय डेटा को नियमित रूप से अपडेट करें और संपर्क पोर्टल पर आने वाली शिकायतों का निस्तारण न्यूनतम समय में सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सभी शासकीय कार्य राजकाज पोर्टल पर करें और प्रत्येक फाइल को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करें।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) मुकेश चौधरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (सीलिंग) कृष्णा शुक्ला, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी नरेंद्र नागर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक
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