नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने अगले 03-चार वर्षों में गैर-तेल और गैर-कीमती धातुओं के द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल गैर-तेल और गैर-कीमती धातुओं का द्विपक्षीय व्यापार लगभग 50-55 अरब डॉलर का है।
गोयल ने भारत-यूएई उच्च-स्तरीय संयुक्त कार्यबल की 13वीं बैठक के बाद कहा, ‘‘हमने गैर-तेल और गैर-कीमती धातुओं में द्विपक्षीय व्यापार को अगले तीन-चार वर्षों में 100 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य भी रखा है।’’ उन्होंने उन क्षेत्रों पर चर्चा की जिन पर दोनों देश व्यापार बढ़ाने के लिए विचार कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “एक क्षेत्र कपड़ा क्षेत्र है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने अफ्रीका और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) क्षेत्रों में साझा निवेश के लिए भी रूपरेखा तय करने का निर्णय लिया जिसमें बुनियादी ढांचा और अन्य क्षेत्र भी शामिल हैं। साझा निवेश में यूएई की निवेश क्षमता और भारत के पास प्रतिभाओं की मौजूदगी का लाभ उठाया जाएगा। गोयल निवेश पर भारत-यूएई उच्च-स्तरीय संयुक्त कार्यबल की 13वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए यूएई में हैं।
वाणिज्य मंत्री का बयान इस लिहाज से महत्वपूर्ण है कि अमेरिका ने हाल ही में भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाया है जिससे झींगा, चमड़ा और वस्त्र जैसे श्रम-प्रधान क्षेत्रों के निर्यात प्रभावित हो सकते हैं। भारत और यूएई के निवेश पर गठित उच्च-स्तरीय कार्यबल की 13वीं बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा हुई है। इसमें भारतीय पक्ष की अगुवाई पीयूष गोयल ने की, जबकि अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (एडीआईए) के प्रबंध निदेशक शेख हमद बिन जाएद अल नहयान ने यूएई की अगुवाई की।

भारत, यूएई का लक्ष्य 3-4 वर्षों में गैर-तेल व्यापार को 100 अरब डॉलर तक पहुंचाना : गोयल
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