भारत और कनाडा आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए एफटीए वार्ता को करेंगे तेज

ram

नई दिल्‍ली। केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि भारत और कनाडा मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। उन्‍होंने कहा कि इसका मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 50 अरब डॉलर तक बढ़ाना है। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग ने नई दिल्ली में इंडो-कैनेडियन वाणिज्य चैंबर के सालाना नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए यह बात कही। गोयल ने कहा कि भारत को आवश्यक खनिज, खनिज प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी, स्वच्छ ऊर्जा, न्यूक्लियर ऊर्जा और आपूर्ति-चेन डाइवर्सिफिकेशन में कनाडा के साथ सहयोग की काफी गुंजाइश दिखती है। उन्होंने कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम यांत्रिकी, मशीन लर्निंग और नेक्स्ट-जेनरेशन डेटा सेंटर जैसी नई टेक्नोलॉजी में मजबूत मदद देता है, जिसे दुनिया के सबसे बड़े इंडेक्स STEM प्रयोगशालाओं का सपोर्ट मिलता है। उन्होंने कहा कि कनाडा और भारत नैचुरल साथी हैं, जिन्हें एक-दूसरे को पूरा करने वाली ताकतें दोनों देशों में निवेशकों और निवेशकों के लिए बड़े मौके मिलते हैं। गोयल ने बताया कि एफटीए या व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (सीईपीए) में कई रणनीतिक तत्व होते हैं और यह दोनों देशों के बीच विश्वास का प्रदर्शन है। उन्होंने कहा कि इस समझौते से दोनों पक्षों के निवेशकों और कारोबारियों को विश्वास मिलेगा। उन्होंने कहा कि इंडो-कैनेडियन बिज़नेस चैंबर के सालाना नेशनल कन्वेंशन को संबोधित करते हुए एक-दूसरे की ताकत का फ़ायदा उठाया। यह कैसे दोनों तरफ़ के बिजनेस और इन्वेस्टर्स के लिए एक फोर्स मल्टीप्लायर का काम कर सकती है, इस बारे में बात की। केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत के पास लौटने के लिए शानदार मौकों और स्किल और टैलेंटेड लोगों के पूल के साथ स्ट्रेटेजिक फायदे हैं। इसके साथ ही उन खास एरिया पर भी ज़ोर दिया, जहां भारत और कनाडा आपसी विकास के लिए सहयोग को और गहरा कर सकते हैं। उल्‍लेखनीय है कि मार्च, 2022 में दोनों देशों ने एक अंतरिम समझौते के लिए बातचीत फिर से शुरू की थी, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रारंभिक प्रगति व्यापार समझौता (ईपीटीए) कहा गया था। व्यापार समझौते पर अब तक आधा दर्जन से अधिक दौर की वार्ता हो चुकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *