कृृषि विपणन विभाग में नव नियुक्त कनिष्ठ विपणन अधिकारियों का आमुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

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जयपुर। प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया द्वारा राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान, दुर्गापुरा में मंगलवार को राजस्थान राज्य एवं अधीनस्थ सेवाएं 2021 से कृषि विपणन विभाग में नव नियुक्त 49 कनिष्ठ विपणन अधिकारियों का पांच दिवसीय आमुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

प्रमुख शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी ने नव नियुक्त कनिष्ठ विपणन अधिकारियों से बदलते हुए परिपेक्ष्य में कृषि विपणन क्षेत्र में चुनौतियों से अवगत कराते हुए कहा कि कृषि विपणन विभाग को नियामक के रूप में कार्य नहीं करते हुए फैसिलिटेटर के रूप में कार्य करना होगा। उन्होंने कृषि विपणन में डिजिटाइजेशन नवाचार एवं नवीन तकनीकियों की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि ई-नाम पोर्टल पर कृषक व सभी स्टेक हाल्डर्स को लाया जाना है। कृषि विपणन में मंडियों के साथ ही प्राईवेट मंडी व अन्य वैकल्पिक प्लेटफार्मस को बढावा देना है ताकि कृषक को उनकी जिन्स का उचित मूल्य प्राप्त हो सके तथा उपभोक्ता को उचित मूल्य पर गुणवत्तापूर्ण जिन्स प्राप्त हो सके।

उन्होंने कहा कि राज्य की कृषि उपज मंडी समितियों को निजी क्षेत्र की तुलना में प्रतिस्पर्धात्मक सेवाएं प्रदान करनी होंगी। वर्तमान में मार्केट इंटेलिजेन्स, डिजिटाइजेशन ई-नाम, प्राइवेट ई-मार्केट गुणवत्ता की जांच व्यवस्था, क्लीनिंग ग्रेडिंग प्राईमरी प्रोसेसिंग, फसलोत्तर क्रेडिट सुविधा हेतु वेयर हाउस रिसिट को बढ़ावा, नवाचार एवं नयी प्रौद्योगिकी को बढ़ावा दिया जाना है। कृषि विपणन व्यवस्था को फार्म से उपभोक्ता तक मजबूत किया जाना है तथा कृषक को उनके खेत पर ही विपणन सुविधा मुहैया करायी जानी है। अतः नवनियुक्त अधिकारियों को शुरू से ही इस दिशा में चुनौतियों को अवसर में परिवर्तित किया जा कर कृषक के उत्थान के लिए कार्य करना है। कृषि उपज मंडी समितियों को विपणन व्यवस्था के साथ ही फसलोत्तर प्रबंधन एवं प्रसंस्करण गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है, ताकि मूल्य संवर्धन हो सके।

निदेशक कृषि विपणन एवं प्रशासक राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड जय सिंह ने नवनियुक्त कनिष्ठ विपणन अधिकारियों का कृषि विपणन विभाग में स्वागत करते हुए अवगत कराया कि नवनियुक्त अधिकारियों से चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में मंडी सचिव के परम्परागत भूमिका से हटकर कार्य करना होगा। मंडी समितियों में कृषकों को उचित विपणन सुविधाएं उपलब्ध कराना, आधारभूत संरचना विकसित करना, कृषकों को उनकी जिन्स का उचित मूल्य दिलाने के प्रयास करने होंगे।

आमुखीकरण व प्रशिक्षण कार्यक्रम में अतिरिक्त निदेशक कृषि विपणन विभाग कौशल्या सांस्कृत्य, राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के सचिव लक्ष्मण शर्मा और कृषि विपणन विभाग एवं बोर्ड के अधिकारी एवं नवनियुक्त कनिष्ठ विपणन अधिकारियों ने भाग लिया।

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