पटना । हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने बुधवार को आईएएनएस से बातचीत में साफ तौर पर कहा कि एनडीए से कहीं कोई नाराजगी नहीं है। मैं सिर्फ अपना हक मांग रहा हूं। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर हम लोग एनडीए के नेताओं से आग्रह कर रहे हैं। जिसके पास एक-दो विधायक हैं, वह खुद को बड़ा मानता है। हम अपमान का घूंट कब तक पीते रहेंगे? उन्होंने कहा कि एनडीए अगर हमें बल देगा तो हम उसे ही मजबूत करेंगे। हम लोग हर वक्त एनडीए के साथ रहते हैं, एनडीए का भी फर्ज बनता है कि हमें अपमानित नहीं होने दें। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में हमें सात सीटें मिली थीं, जिनमें से चार पर चुनाव जीते थे। आज हम यही कह रहे हैं कि 60 प्रतिशत स्कोरिंग सीट लाएं तो आठ सीट जीतकर आएं। इसलिए हम 15 सीट मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर हमारी पार्टी मान्यता प्राप्त नहीं होगी, ऐसे में चुनाव लड़ने से क्या फायदा? हम एनडीए के साथ रहेंगे। एनडीए से अलग होने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि 70-80 सीटों पर हमारे 20 से 30 हजार मतदाता हैं। ऐसी स्थिति में अकेले चुनाव लड़ेंगे तब भी छह प्रतिशत वोट आ जाएगा, इस पर भी विचार कर रहे हैं। इधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनडीए एक है और एक रहेगा। वहीं, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर खींचतान पर कहा कि सीट शेयरिंग में पार्टियों की अपेक्षाएं होती हैं। अंततः तार्किक समाधान सभी दलों के सामूहिक नेतृत्व के जरिए तय होता है। उन्होंने कहा कि एनडीए में कहीं कोई असमंजस नहीं है, बहुत जल्द आधिकारिक ऐलान भी हो जाएगा। सीट शेयरिंग की तस्वीर और किस पार्टी को कितनी सीट मिलेगी, कौन सी सीट मिलेगी, सब कुछ साफ हो जाएगा। इसमें कहीं कोई संशय नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में एक बड़ा जनादेश हासिल करने की दिशा में, जनता का आशीर्वाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ है। सभी दल उन्हें अपना अभिभावक मानते हैं; बहुत जल्द इसका समाधान दिखेगा।

NDA से कोई नाराजगी नहीं, अपना हक मांग रहा हूं : जीतन राम मांझी
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